अंतरराष्ट्रीय बेटी दिवस... अब ना नारी ना बेटी विवश... बदल दिया है माहौल हमारे हर काम होंगे बेहद दिलकश...
अंतरराष्ट्रीय बेटी दिवस... अब ना नारी ना बेटी विवश... बदल दिया है माहौल हमारे हर काम होंगे बेहद दिलकश...
नवापारा राजिम /रायपुर..
. पूरे छत्तीसगढ़ में अपनी मेहनत हिम्मत और जुनून से असंभव कार्य को संभव करने वाली बेटी पायल खारी जिनकी 6 बहने और हैं जिन्हें सेवन स्टार का नाम विशेष संवाददाता महेंद्र सिंह ठाकुर द्वारा इनके कार्य देख कर दिया गया है जिसमें सभी बहने पढ़ने में बेहद होशियार हैं ,साथ में पापा जितेंद्र सिंह खारी के ट्रांसपोर्ट बिजनेस के साथ मां श्रीमती सरस्वती खारी के घरेलू काम में हाथ बटाती हैं इनका निवास अमलेश्वर रायपुर है जिसमें काजल खारी सुपरस्टार हैं 13 साल की उम्र से हाईवा, ट्रैक्टर, जेसीबी चलाने में माहिर हो गई वर्तमान में कॉमर्स ग्रेजुएट अभी सिर में पगड़ी बांध जब फर्राटे से हाईवा चलाती हैं और जेसीबी मशीन से एक्सपर्ट की तरह काम करती हैं तो जनता आश्चर्य से देखने लगती है इन्होंने विशेष संवाददाता महेंद्र सिंह ठाकुर से कहा उनका इरादा एरोप्लेन चलाने का भी है इन्हें इनकी काम की वजह से छत्तीसगढ़ में अनेक नारी शक्ति के रूप में पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है।
मेकअप, मेहंदी कला और डांसिंग में एक्सपर्ट... गरियाबंद जिले के सुदूर देवभोग ब्लॉक उड़ीसा बॉर्डर में झाखरपारा निवासी धार्मिक प्रति समाजसेवी रामायण प्रसाद तिवारी की नातिन उपासना तिवारी जोकि सरस्वती शिशु मंदिर देवभोग में कक्षा सातवीं की स्टूडेंट है जिन्हें सेल्फमेड कहा जा सकता है अपने हुनर से मेहंदी कला मेकअप और डांसिंग में बेहद एक्सपर्ट है इनका कहना है ब्यूटी हर्बल के वर्क में भारत की प्रसिद्ध शहनाज हुसैन जैसी काम करना चाहती हैं उपासना तिवारी ने कहा समय बदल गया बेटियां हर क्षेत्र में आगे हैं और अंतरराष्ट्रीय बेटी दिवस इसीलिए मनाया जाता है।
मुझे पावर के साथ जन सेवा में रुचि इसलिए बनना चाहती हूं किरण बेदी जैसी आईपीएस.... उपासना तिवारी की चचेरी बहन प्रिया तिवारी देवभोग क्षेत्र के प्रख्यात एम मनु पब्लिक स्कूल में कक्षा पांचवी की ब्रिलियंट- क्रिएटिव -हार्ड वर्कर स्टूडेंट ने कहा अंतरराष्ट्रीय बेटी दिवस सितंबर माह के चौथे रविवार को मनाया जाता है कुछ देशों में अलग दिनों में मनाया जाता है इस वर्ष 25 सितंबर को अंतरराष्ट्रीय बेटी दिवस मनाया गया इस दिवस का मुख्य उद्देश्य नारी शक्ति के रूप में बेटियों का उत्थान उनके समग्र विकास के लिए कृत संकल्पित होना एक देश की सीमा से बाहर जाकर विश्व पटल पर यह पूर्ण रूप से सफल रहे यह मुख्य उद्देश्य है आज परिस्थितियां बदल चुकी है इसीलिए बचपन से पावर और जनकल्याण के साथ प्रदेश और देश की सेवा के लिए मेरा गोल है किरण बेदी जैसा आईपीएस बनना जिसमें मेरा कहना है... बेटियां एक दुलार- हकीकत की ख्वाब हैं..... इन्हें पुष्पित - पल्लवित- नेह से करिए सिंचित फिर देखिए यह कितनी लाजवाब हैं।।।
मुझे भी बनना है आईएएस... बेटियां कैसे सपने को सब ढंग से हकीकत में बदलती है जरूरत सिर्फ बढ़ावा देने का है मुंग झर देवभोग का बेहद प्रगतिशील गांव यही के टीचर टिकेश कश्यप जी इनकी बेटी प्रतिमा कश्यप उड़ीसा के प्रसिद्ध मिशनरी स्कूल जो कुटरु धरमगढ़ के पास है पढ़ाई करती हैं पांचवी में ।खामोशी से अपना लक्ष्य और उसका ताल बनाते हुए आगे बढ़ रही हैं लिखने में कोटेशन बनाने में बेहद माहिर बेबी प्रतिमा अंग्रेजी और हिंदी में गजब का पकड़ रखती हैं उन्होंने कहा बेटी दिवस हमारा गौरव है और मैं भी आगे चलकर आई ए एस बनना चाहती हूं जिसमें समाज और देश सेवा मेरा प्रमुख कर्तव्य है।
छोटी हूं तो क्या हुआ सपना मेरा बड़ा है. मेरे आदर्श पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम... नवापारा राजिम के गुलाब नगर कॉलोनी निवासी शिक्षक दंपति क्रांति साहू और श्रीमती वंदना साहू की लाडली बेटी नियति साहू कक्षा 3 की विद्यार्थी हैं बात करने में एक्सपर्ट और साथ में आईटी एक्सपर्ट के रूप में आगे बढ़ने का सपना कंप्यूटर मैं विशेष रूचि विशेष संवाददाता महेंद्र सिंह ठाकुर से विश्वास भरे शब्द मे कहा छोटी जरूर हूं लेकिन मेरा सपना बड़ा है मेरे आदर्श पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम हैं।