धरसींवा मे पत्रकारों का अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन, आखिर मामला क्या...??
धरसींवा मे पत्रकारों का अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन, आखिर मामला क्या...??
सुरेन्द्र जैन/धरसींवा
लगभग साढ़े तीन दशक पहले स्थापित संतोषी माता की मढिया(छोटा मन्दिर) ओर बाद में उसके आसपास हरे भरे पेड़ पौधे लगाने वाली धरसीवा की पत्रकार सुश्री रेणु मिश्रा मंगलवार से धरने पर बैठ गई।
दरअसल थाने के सामने जिस जगह उनके द्वारा स्थापित मन्दिर ओर हरे भरे वृक्ष हैं उसी के आसपास शहीद स्मारक का काम शुरू हो चुका है जिसका भूमिपूजन विगत दिनों क्षेत्रीय विधायक अनिता योगेंद्र शर्मा ने स्वयं किया था
सुश्री रेणु मिश्रा का कहना है कि उन्होंने शासन प्रशासन में बैठे जिम्मेदारों के हर दरवाजे को खटखटाया लेकिन जब कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई तब उन्होंने धरना पर बैठने का मन बनाया और पूर्व सूचनानुसार मंगलवार से धरना शुरू कर दिया
हालांकि विधायक से इस संबन्ध में चर्चा तो नही हो सकी लेकिन ऐंसी जानकारी मिली है कि शहीद स्मारक के लिए मन्दिर नहीं हटाया जाएगा बल्कि शहीद स्मारक के अंदर लेकर उसे बेहतर करेंगे लेकिन स्थानीय पत्रकार सुश्री रेणु मिश्रा उनके द्वारा स्थापित मन्दिर से भावनात्मक रुप से भी जुड़ी हैं उनका कहना है 35 साल हो गए इस मंदिर को बनवाये हुए इसलिए वह चाहती है की माता संतोषी जी का मन्दिर जस का तस रहे जैंसे शुरू से भक्त दर्शन करते आ रहे बेंसे ही आगे भी रहे माता संतोषी मन्दिर परिसर को छोड़ शेष जमीन पर शहीद स्मारक बने उन्हें कोई दिक्कत नहीं न ही शहीद स्मारक का वह विरोध कर रही है सुश्री रेणु मिश्रा ने कहा कि शहीद स्मारक भी बने और उनका मन्दिर भी ज़्ज़ का तस रहे यही वह चाहती हैं ।
*बहुत है सरकारी जमीन होती है बंदरबांट*
धरसीवा में यदि सरकारी जमीन की बात की जाए तो यहां बहुत सरकारी जमीन थी लेकिन बाहर से आ आकर बसने वालों को कुछ स्वार्थी तत्व कब्जा कर करके जमीन बेंचने का गौरखधंधा चलाते रहे हैं परिणाम स्वरूप बर्तमान में धरसीवा की 99 फीसदी सरकरीं जमीन भू माफिया कब्जा कर करके बेंच चुके हैं यदि धरसीवा की शासकीय भूमि की पुराने भू अभिलेखों के आधार पर जांच हो तो बहुत सरकारी जमीन मुक्त हो सकती है जिसका सदुपयोग किया जा सकता है।