राजिम --चित्रकला प्रदर्शनी से साहिबज़ादों बाबा ज़ोरावर सिंह बाबा फतेह सिंह की गाथा का किया गया वर्णन
राजिम --चित्रकला प्रदर्शनी से साहिबज़ादों बाबा ज़ोरावर सिंह बाबा फतेह सिंह की गाथा का किया गया वर्णन
राजिम
देश में पहली बार 9 जनवरी को श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रकाश पर्व के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऐलान के बाद 26 दिसंबर को गुरु गोबिंद सिंह जी के छोटे साहिबज़ादों बाबा ज़ोरावर सिंह जी और बाबा फतेह सिंह जी के साहस को श्रद्धांजलि देने के लिए वीर बाल दिवस पूरे देश-विदेश में मनाया जा रहा है।
सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोबिंद सिंहजी के परिवार की शहादत को शौर्य, पराक्रम और साहस की मिसाल माना जाता है। श्रद्धावान सिख नानकशाही कैलेंडर के अनुसार 20 दिसंबर से लेकर 27 दिसंबर तक, शहीदी सप्ताह मनाते हैं और बच्चों को गुरु साहिब के परिवार की शहादत के बारे में बताकर स्मरण करते हैं।
इसी परिप्रेक्ष्य में स्वामी आत्मानंद शासकीय रामबिशाल पाण्डे उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय राजिम के विद्यार्थियों द्वारा साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह व बाबा फतेह सिंह की शहादत की साहसिक कहानी को चित्रों में उकेर कर याद किया गया।
राजिम विद्यालय की व्याख्याता समीक्षा गायकवाड़ के मार्गदर्शन में छात्र - छात्राओं ने गुरू साहिब के परिवार की शहादत की कहानी को पेंटिंग्स बनाकर प्रदर्शिनी के माध्यम वर्णन किया।
प्राचार्य संजय एक्का (अंग्रेजी माध्यम) ने विद्यार्थियों को बताया कि किस तरह सरहंद के नवाज वजीर खान ने माता गुजरी और दोनों छोटे साहिबजादों बाबा ज़ोरावर सिंह व बाबा फतेह सिंह को ठंडा बुर्ज में खुले आसमान के नीचे कैद कर दिया और डरा-धमकाकर उन्हें धर्म परिवर्तन करने को कहा लेकिन दोनों साहिबजादों ने ‘जो बोले सो निहाल, सत श्री अकाल’ के जयकारे लगाते हुए धर्म परिवर्तन करने से मना कर दिया। प्राचार्य बी. एल. वर्मा (हिन्दी माध्यम) ने वक्तव्य में गुरु गोबिंद सिंहजी के परिवार की शहादत को आज भी इतिहास की सबसे बड़ी शहादत के रूप स्मरणीय बताया।
उपप्राचार्य बी.एल. ध्रुव, एन.सी.सी अधिकारी सागर शर्मा ने कहा कि छोटे साहिबजादों का स्मरण आते ही लोगों का सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है और सिर श्रद्धा से झुक जाता है।
चित्रकला प्रदर्शनी में कक्षा 7th की छात्रा कु. अनुष्का गुप्ता, श्रेया साहू , दीक्षा साहू , देवप्रिया साहू, युषी देवांगन, श्रेया साहू, अंकिता यादव, नमिता साहू, मुस्कान साहू , लक्षिता साहू छात्र कु. विभाष दाऊ , देवव्रत सोनकर , शुभम साहू , ऋषभ साहू, विनय साहू , मयंक साहू , शिवम् ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
विद्यार्थियों की इस अनुठी पहल की विद्यालय के उपप्राचार्य विक्रम सिंह ठाकुर, संकूल समन्वयक सुभाष शर्मा, वरिष्ठ व्याख्याता आर. के. यादव, एम. के चंदन, एम. एल. सेन , संतोष सूर्यवंशी, गोपाल देवांगन, व्यायाम शिक्षिका शिखा महाड़िक , विज्ञान सहा. शि. अंजू प्रेम मार्कण्डे ,अंगेश गेंग्ले, कैलाश साहू, व्याख्याता प्रणिती चंद्राकर , साक्षी जपे, नारायण साहू, मोनिका मालवीय, जितेंद्र साहू , उपासना भगत , पिंकी तारक , दीपक कुमार, जमील अहमद , वंदना नेताम , पिंकी तारक , योगिता देवांगन, कंचन चंद्राकर , नेहा सिंह ने सराहना व्यक्त की।