राखी प्यार ,पवित्रता का अहसास और परिवर्तन का उत्सव -------- ब्रह्मा कुमारी अंशु दीदी
राखी प्यार ,पवित्रता का अहसास और परिवर्तन का उत्सव -------- ब्रह्मा कुमारी अंशु दीदी
खड्मा सेवाकेंद्र के शिव स्मृति भवन मे ब्रह्माकुमारीयो ने रक्षा सूत्र बाँध, आत्म स्मृति का तिलक दे,शिव स्मृति मे रह सुरक्षित जीवन जीने की कला बताई____
समाजिक कार्यकर्ता रुपसिंग साहू ने लिया आशीर्वाद
सभी सदस्यो को दिया राखी पर्व की बधाई,,,,,,,,,,,,,,
तेजस्वी /खड्मा
मुडागाँव( कोरासी) -
"रक्षा बंधन का आध्यात्मिक महत्व तब होता है, जब कोई व्यक्ति विचारों, शब्दों और कार्यों में पवित्रता का जीवन जीने के लिए उस सर्वशक्तिमान परमपिता परमात्मा (भगवान) के साथ पवित्रता का दिव्य व्रत लेता है। हम में से प्रत्येक एक छोटी सी प्रकाश रूपी आध्यात्मिक ऊर्जा है जो प्रत्येक आत्मा को शुद्ध और हार्दिक शुभकामनाएं देती है क्योंकि राखी प्यार, पवित्रता के अहसास और परिवर्तन का उत्सव है।”रक्षाबंधन के इस पावन पर्व पर प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय स्थानीय खड्मा सेवा केंद्र की संचालिका ब्रह्मा कुमारी अंशु दीदी ने आगन्तुक क्षेत्रवासीयो एवं संस्थान के सदस्यो को अपने वक्तव्य मे कही। गत बुधवार को भाई और बहन के स्नेह का पवित्र पर्व रक्षा बंधन कार्यक्रम का आयोजन आध्यात्मिक संस्थान प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की स्थानीय सेवा केंद्र खडमा मे किया गया । समाजिक कार्यकर्ता रूपसींग साहू,चन्द्रकांत साहू,जीवन साहू, डा सोमनाथ साहू,तेजराम ध्रुव,प्राचार्य नारायण लाल निषाद,याद राम साहू,किसान नेता सियाराम सिन्हा, जत माई सेवा समिति के अध्यक्ष अघण सिह ठाकुर, हीरा लालसाहू सहित सैकडो की संख्या मे ग्राम के माता ,बहने,शिक्षक,शिक्षिकाये संस्था के सदस्यो ने ब्रह्मा कुमारी बहनो से रक्षा सूत्र बंधवाये एवं ब्लैसींग पत्र लिए,इस अवसर पर समाज सेवी रुप सिंग साहू ने सभी सदस्यो एवं क्षेत्रवसीयो को रक्षा बंधनपर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ दी।उक्त कार्यक्रम मे मदेली,गायडबरी, पिपर्छेडी,कनेशर,कोरासी,छुरा,रानिपर्तेवा,अकल्वारा, कर्चाली ग्राम के संस्थान के सदस्यगण उपस्थित रहे।