"ब्रह्माकुमारीज संस्थान की द्वितीय मुख्य प्रशासिका दादी प्रकाशमणि जी की 16 वीं पुण्य स्मृति दिवस पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम" - fastnewsharpal.com
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"ब्रह्माकुमारीज संस्थान की द्वितीय मुख्य प्रशासिका दादी प्रकाशमणि जी की 16 वीं पुण्य स्मृति दिवस पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम"

 "ब्रह्माकुमारीज संस्थान की द्वितीय मुख्य प्रशासिका  दादी प्रकाशमणि जी की 16 वीं पुण्य स्मृति दिवस पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम"



मंडला-

 ब्रह्माकुमारीज संस्थान की द्वितीय मुख्य प्रशासिका दादी प्रकाशमणि जी की 16वीं पुण्य स्मृति दिवस पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम ब्रह्माकुमारीज मार्ग बस स्टैंड के पीछे "विश्व शांति भवन" में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में मंडला क्षेत्रीय संचालिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी ममता दीदी, पड़ाव वार्ड सेवाकेंद्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी ओमलता दीदी साथ में ब्रह्माकुमारी लक्ष्मी बहन, ब्रह्माकुमारी शिवकुमारी बहन, सरदार पटेल इंस्टीट्यूट आफ नर्सिंग कॉलेज के संचालक भ्राता आशीष ज्योतिषी एवं जिले के अधिक से अधिक संख्या में ब्रह्माकुमार भाई बहने उपस्थित रहे।


सुबह से ही पूरे जिले से ब्रह्माकुमार भाई बहन सेंटर पहुंचे, सभी ने विशेष योग तपस्या की। मुरली क्लास हुई दादी जी के निमित्त भोग लगाया गया, उसके बाद श्रद्घांजलि कार्यक्रम हुआ।









     ब्रह्माकुमारी ममता दीदी ने बताया कि आध्यात्मिक ज्ञान, गुणों व शक्तियों से विभूषित राजयोगिनी दादी प्रकाशमणी जी की 16वीं पुण्यस्मृति दिवस को विश्व बंधुत्व दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। 

 दादी प्रकाशमणि जी के साथ का अनुभव सुनाया कि दादी जी को सभी बड़ी दादी कह कर पुकारते थे, दादी जी अत्यंत उदार और सर्व के प्रति सम भाव एवं शुभ भाव रखने वाली थी। दादी जी सभी की बातों का और विशेषताओं का बड़ा आदर करती थी। उनके जीवन का मूल मंत्र "सभी सुखी हो सबका कल्याण हो, सभी स्वस्थ रहें, सभी परमात्मा की शरण में आए और यह  वसुंधरा शीघ्र ही स्वर्ग बन जाए"।

      दादी जी ज्ञान,समय, नियम मर्यादाओं का विशेष पालन करती थी। दादी जी का बच्चों से बहुत स्नेह रहता था। आपने बाल व्यक्तित्व विकास शिविर की शुरुआत की, जहां पर बहुत अच्छे प्रोग्राम के माध्यम से उनका व्यक्तित्व विकास किया जाता है।

      

ब्रह्माकुमारी ओमलता दीदी ने बताया कि दादी जी सभी को ऐसी पालना देती थीं कि किसी को किसी भी प्रकार की कमी महसूस नहीं होती थी, दादी जी में विशेष रमणीकता व गंभीरता का विशेष संतुलन रहा। दादी जी को बहुत सी डिग्रियां और उपाधियां मिली। भगवान का संदेश जन-जन तक पहुंचाने के लिए विभिन्न प्रभाग बनाए गए जिनके द्वारा मीडिया,डॉक्टर,इंजीनियर युवाओं आदि सभी वर्गों की विशेष सेवाएं की जा रही हैं।


भ्राता आशीष ज्योतिषी  ने दादी जी को माल्या अर्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की और कार्यक्रम में आमंत्रित करने के लिए ब्रह्माकुमारी बहनों का धन्यवाद किया। और कहा कि यहां आकर आध्यात्मिक बातें सुनी, मेरा यहां आना सार्थक रहा।


इसके बाद सभी ब्रह्माकुमार भाई बहनों ने दादी जी को फूलमाला से श्रद्धांजलि अर्पित की। उसके बाद सभी ने ब्रह्माभोजन ग्रहण किया।

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