धूप के साथ बारिस नहीं मिल रही उमस से राहत किसान भी चिंतित
धूप के साथ बारिस नहीं मिल रही उमस से राहत किसान भी चिंतित
सुरेन्द्र जैन /धरसींवा
सांकरा में बुधवार को भी लोग उमस गर्मी से हलाकान रहे पर्याप्त बारिस न होने से मौसम में ठंडक की जगह उमस गर्मी से लोग पसीने से तरबतर हो रहे हैं सुबह से ही बुधवार को तेज धूप रही दोपहर बाद तेज धूप में ही कुछ समय बारिस हुई जिससे उमस ओर भी बढ़ गई।
सांकरा सिलतरा ओधोगिक क्षेत्र होने से यहां प्रदूषण और वायुमंडल में गर्मी कुछ अधिक ही रहती है जो हरे भरे वृक्ष जीवन दान देते है उनकी सड़क निर्माण के दौरान हाइवे किनारे हजारों की संख्या में कटाई हुई थी जबकि अब तक एक भी वृक्ष बदले में नहीं लगाया गया है इसी तरह सिलतरा से चिखली कुम्हारी होते उरला मार्ग पर भी पहले हजारों हरे भरे पेड़ थे अब सब कट चुके हैं ओधोगिक क्षेत्र से लगे मुरेठी और खारुन नदी के आसपास भी हजारों वृक्ष कट चुके हैं एक तरफ बढ़ता प्रदूषण दूसरी तरफ हरियाली के दुश्मनों द्वारा हरियाली का सर्वनाश करने के परिणाम स्वरूप वर्षा ऋतु में भी अब समय पर पर्याप्त वर्षा नहीं होती है।