*ठगे जाने पर दुःख मनाने वाले ठगने पर खुश होता है ये ही पाप है-मुनि पुंगव श्रीसुधासागर जी महाराज*
*ठगे जाने पर दुःख मनाने वाले ठगने पर खुश होता है ये ही पाप है-मुनि पुंगव श्रीसुधासागर जी महाराज*
श्रावण संस्कार शिविर में देश के अठारह राज्यो के प्रतिनिधि समलित हो रहें हैं
*समाजिक कुरीतियों के खिलाफ शंखनाद होता है संस्कार शिविर में-विजय धुर्रा*
आगरा-
आप किसी को ठगकर बहुत खुश होते हैं घर पहुंच कर मिठाईयां बांटते हैं तो ठगे जाने पर आप रो पड़ते हैं ये जो भेद है यही सत्यार्थ से हमारे सामने है ये सत्य धर्म को हमे समझना होगा आपके कोई मात्र पांच सौ रुपए ठग ले तो आप उसे इतनी बद्दुआ देते हैं ये मर जायें इसके आग लग जाये ना मालूम क्या क्या और आपकी सोने चांदी की दुकान है जब आपके यहां कोई आता है और आप पचास हजार के गहने एक लाख रुपए में देते हैं और खुशियां मनाते हैं तो आपको अपने साथ हुईं ठगी याद नही आती आपके पांच सौ रुपए ठगे गए तो आपने सौ गाली दी और आपने पचास हजार रुपए ठग लिए तो आपको कितनी गाली मिलेगी
आप खुद ही हिसाब लगा लें हमें सत्य को समझना होगा अपने करने पर खुश होते हैं और वही व्यवहार हमारे साथ हो जाये तो दुखी होते हैं सत्य को सत्य के रूप में स्वीकार करना चाहिए उक्त आशय के उद्गार हरि पर्वत आगरा में विशाल श्रावक संस्कार शिविर की विशाल धर्मसभा को संबोधित करते हुए मुनि पुगंव श्री सुधासागरजी महाराज ने व्यक्त किए।
*हजारों दीपों से होगी धूप दसमीं पर महाआरती*
मध्यप्रदेश महासभा संयोजक विजय धुर्रा ने बताया कि श्रावक संस्कार शिविर में जीवन को सुधारने के सूत्र मुनि पुंगव श्रीसुधासागरजी महाराज द्वारा दिए जा रहे हैं इस शिविर में समाजिक कुरीतियों के खिलाफ शंखनाद किया जा रहा है वर्षो से जो कुरितियां चहे मृत्यु भोज हो दहेज़ प्रथा है डकोस पंथी वातो के सुधार किए जा रहे हैं इसके साथ ही अन्य समाज सुधार की शिक्षा दी जा रही है इसके साथ ही धूप दसमीं के दिन दस हजार दीपों से महाआरती की जायेगी इस समारोह का सीधा प्रसारण जिनवाणी सुधा कलश पुण्योदय आदिनाथ चैनल के माध्यम से प्रसारण किया जाएगा।
*सत्य वोलने वालों से कभी झूठ मत वोलना*
उन्होंने कहा कि सज्जन पुरुषो को मारने का भाव मत करना जो किसी को मारने का भाव तक नहीं करता सत्य वोलने वालों से कभी झूठ मत वोलना नहीं तो तीन लोक में तुम्हारे लिए कोई वचाने वाला नहीं मिलेगा उनसे कभी माया चारी मत करना झूठ मत वोलना जो सत्य धर्म का पालन करते हो रिषभ देव ने तलवार दी तलवार चलेगी तो कोई ना कोई जरूर मरेगा अधर्म और अधर्मी का नाश हो इसलिए रिषभ देव ने आपके हाथ में तलवार दी इससे धर्म और धार्मत्मा की रक्षा करने के लिए तो क्षत्री के हाथ रिषभ देव ने तलवार दी वे सब जानते थे तव ही तो क्षत्री को तलवार सौंपी। तलवार का उपदेश दुष्ट जनों को सज़ा देने के लिए ही तो किया गया था
*माया चारी करने वाले को दुःख का सामान करना पड़ता है*
उन्होंने कहा कि शास्त्रो के अनुसार वोलना चाहिए पुराण भरे पड़े हैं दुश्मन क्या क्या सडयंत्र करता है पता नहीं मन्दिर में भगवान के सामने बैठ कर भी दुश्मन को मारने की प्रार्थना कर रहा है उदाहरण आपके सामने है रावण उपवास कर राम चन्द्र को मारने के लिए भगवान की भक्ति करता है इसलिए तो कहा गया कि दुश्मन को दुश्मन ही समझना चाहिए। हर व्यक्ति चाहता हैं कि मुझे झूठ सुनने से नफरत हैं,झूठ बोलने से नफरत नहीं करता है,मायाचारी कोई नही करे लेकिन स्वयं मायाचारी कर रहे हैं। यहि गलत है स्वयं के प्रति करना गलत हैं स्वयं दुसरे के प्रति करे तो गलत नही ये मान्यता मिथ्यादृष्टी है।आदमी स्वयं ठगता है तो आनंद आता है यदि उसको कोई ठगे तो तो स्वयं गुस्सा होता हैं। ठगे जाने पर व ठगने पर खुशी व दुख होता हैं मे ही पाप है इस दौरान कमेटी के अध्यक्ष प्रदीप जैन PNC नीरज जैन (जिनवाणी)- महामंत्री निर्मल कुमार जैन मोट्या-कोषाध्यश मनोज कुमार बाकलीवाल- मुख्य संयोंजक पी०एल० बैनाडा कार्याध्यक्ष हीरालाल बैनाड़ा - स्वागतध्यक्ष जगदीश प्रसाद जैन - ललित जैन (डायमन्ड)अमित बाबी राजेश जैन गया बाई के जैन श्री विमल मारसंस भोलानाथ सिंघंई जितेन्द्र कुमार जैन शिखर चंद सिघई विशेष रूप से उपस्थित थे।