*माता कौशल्या और भांचा राम पर गीतों का हुआ विमोचन*
*माता कौशल्या और भांचा राम पर गीतों का हुआ विमोचन*
*पीपला फांऊडेशन कर रहे हैं आयोजन का प्रचार प्रसार*
आरंग
इस साल पहली बार माता कौशल्या तीजा मनाने चंदखुरी आ रही है। अयोध्या से मिट्टी लाकर माता कौशल्या की मूर्ति बनाई जा रही है। लोक कलाकार डाक्टर पुरूषोत्तम चंद्राकर ने बताया माता कौशल्या की प्रतिमा को 15 सितंबर को चंदखुरी की पंडवानी गायिका प्रभा यादव के निवास में स्थापित किया जाएगा। सुबह-शाम आरती तथा भजन कीर्तन भी लगातार चलते रहेंगे। माता कौशल्या तथा भगवान श्रीराम के यश को श्रद्धालु सुनते रहे।
इसके लिए आरती तथा पांच गीत भी अलग-अलग छत्तीसगढ़ी लोक धुनों में रिकार्डिंग किये गए हैं। आरती तथा गीतों का दूधाधारी मठ के महंत राजेश्री श्री रामसुंदर दास की मार्गदर्शन में भोपाल के संगवारी समूह के अशोक तिवारी, जस्टिस टीपी शर्मा, सेवानिवृत्त आई ए एस अधिकारी शिव कुमार तिवारी, ब्रजेश मिश्रा, सेवानिवृत्त आई पी एस प्रदीप तिवारी, हरीश शुक्ल, अनिल शर्मा, दुर्गा कालेज के वरिष्ठ प्राध्यापक प्रोफेसर राकेश तिवारी, बी एस पी के वरिष्ठ अभियंता पुनीत चौबे,अविनाश दीवान, एम एल पांडे, डी पी तिवारी ,श्रीमती पुष्पा चौबे, पुष्पा तिवारी, तारिणी तिवारी, नीना शर्मा, कामिनी शर्मा, जया तिवारी, रेखा दीवान, पूर्णिमा तिवारी, सुषमा शुक्ला,विजयलक्ष्मी शर्मा, प्रतीची तिवारी, स्वाति शर्मा ने विमोचन किया। साथ ही श्रीरामचंद्र के बालपन पर आधारित गीत,जनसेल तालाब में कौशल्या माता स्नान करने जा रही है उस पर गीत, माता कौशल्या तीजा में चंदखुरी आ रही है उस पर गीत,माता को परघाने पर गीत और उनके विसर्जन का गीत भी तैयार किया जा रहा है। जिसे यूट्यूब चैनल में अपलोड किया जा रहा है।भोपाल के संगवारी टीम ने भी
राकेश तिवारी की अभिनव पहल व परिकल्पना को सराहा है।माता कौशल्या पर निर्मित गीत को राकेश तिवारी तथा डा.सुरेश शर्मा ने लिखा है। जिसे राकेश तिवारी के साथ साथ चंपा निषाद, डॉक्टर पुरुषोत्तम चंद्राकर, नीतीश यादव ,अर्जुन दास मानिकपुरी, दीप शिखा शर्मा,पिंकी साहू आदि ने स्वर दिया है।वहीं इस आयोजन को सफल बनाने में नगर के चर्चित सामाजिक संगठन पीपला वेलफेयर फाउंडेशन के सदस्यगण चंदखुरी पहुंचकर रुपरेखा तैयार कर रहे हैं। सुप्रसिद्ध पंडवानी गायिका प्रभा यादव के निवास पहुंचकर जायजा लिया। साथ ही इस आयोजन का प्रचार प्रसार में विशेष सहभागिता निभा रहे हैं।