*मर्यादा पुरषोत्तम के हाथों मुक्ति पाने वाले लंकाधिपति रावण का जन्मोत्सव*
*मर्यादा पुरषोत्तम के हाथों मुक्ति पाने वाले लंकाधिपति रावण का जन्मोत्सव*
*हवन महाआरती के साथ भक्ति भाव से मनाया जन्मोत्सव*
सुरेन्द्र जैन /धरसीवा
मर्यादा पुरषोत्तम भगवान रामचन्द्र जी के हाथों जो मुक्ति पाए वो भी पूज्य हो गए इसका जीता जागता प्रमाण है धरसीवा का मोहदी गांव जहां रावण की दशहरे पर सामूहिक पूजन और 31 दिसंबर को रावण का धूमधाम से जन्मोत्सव मनाया जाता है ।
मोहदी में रावण की प्रतिमा को स्थापित हुए लगभग सौ साल हो चुके है ग्रामीणो की माने तो जब से रावण की प्रतिमा गांव में विराजित हुई है तब से गांव में कभी कोई विपत्ति नहीं आई हर साल दशहरे पर सामूहिक पूजन और 31 दिसंबर को जन्मोत्सव मनाते हैं।
*हवन पूजन महाआरती के साथ जन्मोत्सव मनाया*
मोहदी गांव में रविवार 31 दिसबर को सुबह से ही दीपावली की तरह खुशियों का माहौल रहा सुबह से ही ग्रामीण रावण महाराज की भक्ति में लीन रहे और पंडितों ने हवन किया सन्ध्या काल में पूरे गांव के बच्चे बुजुर्ग महिलाएं युवा सभी ने सामूहिक रूप से रावण महाराज की महाआरती की ओर गांव व प्रदेश और देश की सुख शांति सम्रद्धि की कामना की ग्राम सरपंच श्रीराम उपसरपंध आगाराम ग्राम सभा अध्यक्ष - दर्शन वर्मा पंच राकेश वर्मा राम-लिल अध्यक्ष- शिवराम साय रामनारायण यादव सूर्या यादव प्रवीण वर्मा अरुण वर्मा योगेश वर्मा महाराज शिवम शर्मा नरसिंह वर्मा अविनाश मोहदी आखल जगदीश साहू भागवत यादव सुरज सहित पूरा गांव इस दौरान भक्ति भाव मे सराबोर नजर आया
केक काटकर मनाया जन्मोत्सव
अंत मे ग्रामीणो ने केक काटकर रावण महाराज का जन्मोत्सव मनाया इस दौरान गांव में जन्मोत्सव स्थल पर विशाल भंडारा भी हुआ साथ ही अखाड़ों के प्रदर्शन भी हुआ