संस्कार भारती,प्राचीन कला विधा छत्तीसगढ़ की वर्चुअल बैठक संपन्न
संस्कार भारती,प्राचीन कला विधा छत्तीसगढ़ की वर्चुअल बैठक संपन्न
आरंग
संस्कार भारती, प्राचीन कला विधा छत्तीसगढ़ का वर्चुअल बैठक हरिसिंह क्षत्री के संयोजन में सम्पन्न हुआ। जिसमें डॉक्टर आर एन विश्वकर्मा पूर्व एच ओडी प्राचीन भारत का इतिहास, संस्कृति एवं पुरातत्व, खैरागढ़ विश्वविद्यालय , प्रांत संयोजक हरिसिंह क्षत्री कोरबा, डॉक्टर शुभ्रा रजक, तिवारी, रायपुर, डॉक्टर आराधना चतुर्वेदी, भिलाई, डॉक्टर सुमन साहू , राजनांदगांव, डॉक्टर मोहन कुमार साहू, खैरागढ़, शिक्षक महेन्द्र कुमार पटेल आरंग, हरिशंकर पांण्डेय, मल्हार बिलासपुर,वेद राजपूत , चांपा-जांजगीर , अक्षय बघेल, दंतेवाड़ा से इस बैठक में प्रतिभागिता की।
इस बैठक का पहला उद्देश्य प्राचीन कला विधा का परिचय, उनके द्वारा कृतकार्य प्राचीन कला विधा की अर्धवार्षिक मुखपत्र पत्रिका का प्रकाशन के संबंध में जानकारियों का आदान-प्रदान था।
जिसमें सभी सदस्यों की सुझाव और केन्द्र के निर्देशानुसार प्राचीन कला विधा की अर्धवार्षिक मुखपत्र पत्रिका का प्रकाशन हेतु विभिन्न विषयों पर आधारित शोधपत्रों को मंगाने और उसका प्रकाशन हेतु विषय , संपादक मंडल , संरक्षक और समयावधि पर आधारित चर्चा हुई जिसमें अनेक सुझाव प्राप्त हुआ।प्राचीन छत्तीसगढ़ की धार्मिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक पुरातात्त्विक, सामाजिक और आर्थिक पृष्ठभूमि पर आधारित शोधपत्रों को मंगाने सुझाव में आए। अब इन विषयों में से किसी एक या कुछ और विषय पर मुखपत्र का प्रकाशन होगा यह केन्द्रीय समिति निर्धारित करेंगे, उनके सुझाव के अनुसार इस बार की संस्कार भारती का मुखपत्र पत्रिका प्रकाशित की जायेगी , ऐसा बैठक में निर्णय लिया गया है।बैठक में यह भी निर्णय लिया गया है कि छत्तीसगढ़ राज्य से मुखपत्र पत्रिका के संपादक मंडल में डाॅक्टर आर एन विश्वकर्मा और डॉक्टर नंदिनी परिहार छत्तीसगढ़ से संपादक मंडल में रहेंगे। साथ ही डाॅक्टर शुभ्रा रजक,तिवारी को प्राचीन कला विधा संस्कार भारती छत्तीसगढ़ की सहसंयोजक के लिए नाम प्रस्तावित हुआ है, जिसे प्रांत के अनुमोदन से चुन लिया जायेगा। बैठक में आरंग के शिक्षक महेंद्र कुमार पटेल ने भी आरंग क्षेत्र में फैले पुरावशेषों पर सदस्यों का ध्यानाकर्षण कराया। जिसपर समिति के सदस्यों ने आरंग क्षेत्र में भी कार्य करने और उनके पुरावशेषों का सूचिकरण करने की सलाह महेंद्र कुमार पटेल को दिया। वर्चुअल बैठक में सभी सदस्यों को व्यक्तिगत संग्रहालय में रखी वस्तूओं का दस्तावेज भी तैयार करने निर्देश प्राप्त हुआ।