तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामो का 2623 वां जन्म कल्याणक आज,जन्माभिषेक के साथ देशभर में मनाया जा रहा जन्म कल्याणक
तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामो का 2623 वां जन्म कल्याणक आज,जन्माभिषेक के साथ देशभर में मनाया जा रहा जन्म कल्याणक
सुरेन्द्र जैन/ धरसीवा रायपुर
संसार मे जिस समय चहुओर हिंसा का तांडव जारी था उस समय ईसा से 599 वर्ष पूर्व अंतिम तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी का जन्म हुआ और उन्होंने संसार को जियो ओर जीने दो का शुभ सन्देश दिया
भगवान महावीर स्वामी का जन्म कुंडग्राम में इक्ष्वाकु वंश के क्षत्रिय राजा सिद्धार्थ व माता त्रिशला के यहां हुआ इस नश्वर संसार से उन्हें वैराग्य हुआ और वह आत्मकल्याण के पथ पर चल पड़े उन्होंने घोर तपस्या करते हुए प्राणिमात्र में मैत्री का भाव जागृत किया जिससे मनुष्य क्या मूक प्राणी भी एक दूसरे के साथ मैत्री भाव के साथ रहने लगे उनके तप के प्रभाव से सिंह अर्थात शेर व गाय भी एक घांट पानी पीते थे ।
भगवान महावीर स्वामी का शुभ सन्देश था जियो ओर जीने दो अर्थात कोई किसी को भी न मारे न बैर भाव रखे बल्कि मैत्री भाव के साथ सभी जियें ओर दूसरों को भी जीने दें
भगवान महावीर स्वामी भी प्रथम तीर्थंकर भगवान आदिनाथ स्वामी की तरह इक्ष्वाकु वंश के क्षत्रिय राजा के घर जन्मे थे जो जैन धर्म के अनुयायी थे जैन धर्म को जीवन चर्या में अपनाते हुए उन्होंने कैवल्य ज्ञान व मोक्ष को प्राप्त किया ओर वह अंतिम तीर्थंकर हुए उन्हें महावीर के अलावा वीर अतिवीर सन्मति वीर व वर्धमान इन 5 नामो से जाना जाता है।
महावीर स्वामी के जन्म कल्याणक पर देशभर के जैन मंदिरों में प्रातः सर्व प्रथम महावीर स्वामी की जिन प्रतिमा का जन्माभिषेक होगा ततपश्चात विशेष पूजन होगी और देशभर में श्रीजी की भव्य विमान शोभायात्रा निकाली जाएगी ।