"बी.एड. धारक सहायक शिक्षकों की सेवा समाप्ति --- छत्तीसगढ़ का काला अध्याय" अध्यक्ष सर्व आदिवासी समाज
"बी.एड. धारक सहायक शिक्षकों की सेवा समाप्ति --- छत्तीसगढ़ का काला अध्याय" अध्यक्ष सर्व आदिवासी समाज
रायपुर
छत्तीसगढ़ में बी.एड. धारक सहायक शिक्षकों को सेवा से हटाए जाने के विरोध में, सर्व आदिवासी समाज, सर्व समाज और अन्य संगठन एकजुट होकर संघर्ष कर रहे हैं। रायपुर के तुता धरना स्थल पर श्री विनोद नागवंशी, सचिव, प्रदेश सर्व आदिवासी समाज, ने कहा,
"आज का दिन छत्तीसगढ़ के इतिहास में काला अध्याय के रूप में दर्ज होगा। यदि सरकार नगर निकाय चुनाव के लिए अध्यादेश ला सकती है, तो इन शिक्षकों की सेवा सुरक्षा के लिए कदम क्यों नहीं उठा सकती? इन शिक्षकों ने सभी नियमों का पालन करते हुए सेवा में प्रवेश किया है।"
इसी क्रम में श्री अकबर कोर्राम जी प्रदेश अध्यक्ष, सर्व आदिवासी समाज, एवं पूर्व डीआईजी ने कहा,
"मैंने बस्तर में शिक्षक के रूप में कार्य किया है और वहां की दुर्दशा को नज़दीक से देखा है। आज भी बस्तर और सरगुजा में शिक्षकों की भारी कमी है। दुर्भाग्यवश, आदिवासी समाज से मुख्यमंत्री होने के बावजूद इन क्षेत्रों की उपेक्षा की जा रही है। हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं और मांग करते हैं कि बी.एड. धारक शिक्षकों की सेवा सुरक्षित की जाए। यदि ऐसा नहीं हुआ तो सर्व आदिवासी समाज और अन्य संगठन व्यापक आंदोलन करेंगे।"
बी.एड. धारक सहायक शिक्षक पिछले 16 दिनों से सेवा सुरक्षा की मांग को लेकर धरने पर हैं।
शिक्षकों के हाथ में टर्मिनेशन लेटर सौंपा जाना समाज और शिक्षा के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है।
सर्व समाज ने आंदोलन में शामिल होने का ऐलान किया।