*परसदा में गायत्री महायज्ञ संपन्न एवं बाल संस्कारशाला का शुभारंभ*
*परसदा में गायत्री महायज्ञ संपन्न एवं बाल संस्कारशाला का शुभारंभ*
नवापारा
समीपस्थ ग्राम परसदा में गायत्री जयंती गंगादशहरा व गायत्री मंदिर स्थापनादिवस के अवसर पर एक कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन समस्त गायत्री परिजनों एवं ग्रामवासियों की उपस्थिति में संपन्न हुआ नवप्रशिक्षित देवकन्याऍं एवं यज्ञ संचालिका खुमन साहू,अंजलि साहू संजू साहू एवं श्रीमती उमेश्वरी साहू के द्वारा गायत्रीयज्ञ संपन्न हुआ जिसमें श्रीमती रानीतारक का पुष्वन संस्कार किया गया।
ज्ञात हो कि ग्राम मोहंदी में विगत दिनों कन्या कौशल शिविर में परसदा से आठ बालिका खुमन, दामिनी, धात्री, अनामिका, अंजलि, सिमरन,खुशबू और संजू ने यज्ञ कर्मकांड एवं बाल संस्कारशाला चलाने, योग प्राणायाम का विधिवत प्रशिक्षण लिये। प्रशिक्षण उपरांत ये कन्याएं गृह ग्राम परसदा में साप्ताहिक गायत्रीयज्ञ,योग,आसन, प्राणायाम एवं संगीत की कक्षा संचालित कर रही हैं यज्ञोपरांत सरपंच रमेश वर्मा, उपसरपंच श्रीमती तारिणी साहू, पूर्व जनपद सभापति डिगेश्वरी वर्मा, पूर्व सरपंच श्रीमती भारती हिरवानी, पंच श्रीमती लुकेशलता साहू, पंच श्रीमती कल्पना वर्मा,श्रीमती राधिका वर्मा श्रीमती गायत्रीवर्मा, भूषणवर्मा, प्रीत साहू ठाकुरराम साहू की गरिमामयी उपस्थिति में बाल संस्कारशाला का उद्घाटन एवं बालसंस्कार चलाने वाली देवकन्याओं का आचार्यावरण,तिलकवंदन,श्रीफल एवं गायत्रीमंत्र चादर, गायत्री मंत्र लेखन पुस्तक भेंटकर शुभकामनाएं दिए। सर्वप्रथम गायत्री परिवार के युग पुरोहित एवं सेवानिवृत शिक्षक यशवंत वर्मा ने बाल संस्कारशाला की आवश्यकता एवं महत्व पर प्रकाश डाला। श्रीमती डिगेश्वरी वर्मा ने मनुष्य में देवत्व का उदय एवं आधुनिक युवा पीढ़ी को कुसंग से बचाने के लिए बालसंस्कार शाला को आवश्यक बताया, बिजली स्कूल के प्राचार्य पूरनलाल साहू ने आज के चुनौतीपूर्ण परिवेश, विकृत हो रहे संस्कृति को बचाने के लिए बच्चों को संस्कारित होना आवश्यक बताया। शिक्षक सुखेनसाहू ने बालसंस्कार संचालन हेतु आवश्यक सामग्री एवं सुविधाएं उपलब्ध कराने की घोषणा की। शिक्षक दुष्यंत वर्मा ने बाल संस्कारशाला में संगीत प्रशिक्षण देने की बात कही कार्यक्रम का संचालन प्रवीणवर्मा ने किया इस अवसर पर गायत्री प्रज्ञामंडल के अध्यक्ष भोलाराम वर्मा, टीकारामसाहू,धनऊ ध्रुवंशी, ठाकुरराम साहू, डेरहाराम साहू युवामंडल से धनंजय साहू, नेमीचंद साहू, जयंत साहू, प्रवीण साहू ,रवि साहू, के साथ-साथ गायत्री प्रज्ञा मंडल की महिलाएं एवं सैकड़ो ग्रामवासियों ने उपस्थिति प्रदानकर कार्यक्रम को सफल बनाने में अमूल्य योगदान दिये