स्वच्छता ही सेवा है अभियान के तहत, आत्मानंद स्कूल के बच्चों ने ली शपथ, - fastnewsharpal.com
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स्वच्छता ही सेवा है अभियान के तहत, आत्मानंद स्कूल के बच्चों ने ली शपथ,

 स्वच्छता ही सेवा है अभियान के तहत, आत्मानंद स्कूल के बच्चों ने ली शपथ,



नगर भ्रमण से दिया स्वच्छता का संदेश,



सीएमओ ने बच्चों का बढ़ाया उत्साह।


गरियाबंद

 छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग के निर्देशन एवं जिला शिक्षा अधिकारी जगजीत सिंह धीर के मार्गदर्शन में “स्वच्छता ही सेवा है 2025” अभियान के अंतर्गत राज्य के सभी शालाओं में 16 सितम्बर से 30 सितम्बर 2025 तक विविध गतिविधियाँ आयोजित की जा रही हैं। इन्हीं गतिविधियों की श्रृंखला में आज 20 सितम्बर 2025 को स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय गरियाबंद में भव्य स्वच्छता रैली का आयोजन किया गया।






रैली में विद्यालय के समस्त शिक्षक एवं छात्र-छात्राओं ने बैंड-बाजे और नारों के साथ नगर भ्रमण करते हुए नागरिकों से स्वच्छता बनाए रखने की अपील की। कार्यक्रम के तहत विद्यालय में रंगोली और पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। इस अवसर पर नगर पालिका (सीएमओ) संध्या वर्मा, सब-इंजीनियर राजेश पाथर, (पीआईयू) विष्णु निर्मलकर, (एपीएम) राजेश भारतद्वाज, निर्मल एवं स्टाफ सदस्य सुरेन्द्र लोधी उपस्थित रहे।


मुख्य नगर पालिका अधिकारी संध्या वर्मा ने बताया कि प्रतियोगिता में भाग लेने वाले बच्चों को प्रमाणपत्र देकर सम्मानित एवं प्रोत्साहित किया जाएगा । इसी दौरान विद्यालय स्तर पर शिक्षकों और विद्यार्थियों ने परिसर की साफ-सफाई की तथा विद्यार्थियों को स्वच्छता का महत्व बताते हुए शपथ दिलाई कि वे स्वयं स्वच्छ रहेंगे और अपने आसपास के वातावरण को भी स्वच्छ रखेंगे।


इस अवसर पर संस्था प्रमुख (प्राचार्य) दीपक कुमार बौद्ध, नरगिस कुरैशी, किशोर कुमार साहू, कल्पना पटेल, कमलेश असरानी, कोमल शर्मा, सुजाता राणा, महिमा तिर्की, किरणनंद, देवमाया पाल, वागेश्वरी कुंजाम, डागेश्वरी साहू, कैलाश कोसरे, सिम्मी विल्सन, धर्मेंद्र मार्टल, रोशनी साहू, अंजनी सोम, दुर्गेश नंदनी, पुष्पा साहू, पुरुषोत्तम साहू, त्रिलोचना साहू, रात्रे, तेजस्वी दाऊ, केवरा ध्रुव, लोकेश साहू एवं समस्त विद्यालयीन कर्मचारी मौजूद रहे।


प्राचार्य बौद्ध – स्वच्छता बने जीवन की आदत


विद्यालय के प्राचार्य दीपक कुमार बौद्ध ने कहा – “स्वच्छता केवल एक अभियान नहीं, बल्कि जीवन जीने की आदत होनी चाहिए। बच्चों को इस दिशा में प्रेरित करना सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। हमें विश्वास है कि हमारे विद्यार्थी इस संदेश को समाज तक पहुँचाकर बदलाव की दिशा में अहम भूमिका निभाएँगे।”

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