लाफिन कला में बच्चों ने सीखा कैरियर निर्माण के गुर
लाफिन कला में बच्चों ने सीखा कैरियर निर्माण के गुर
अनुशासन, दिनचर्या और समय प्रबंधन जीवन में अति महत्वपूर्ण -महेन्द्र
महासमुंद
राम जानकी मंदिर परिसर ग्राम लाफिन कला में ग्राम के उत्साही शिक्षक महेन्द्र कुमार पटेल और गोवर्धन प्रसाद साहू की पहल पर ग्राम के नवमी से बारहवीं तक के छात्र छात्राओं के लिए कैरियर गाइडेंस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। जिसमें ग्राम लाफिन कला व लाफिन खुर्द के करीब तीस से अधिक छात्र छात्राओं ने कैरियर निर्माण के गुर सीखे।
इस अवसर पर कैरियर मार्गदर्शक के रूप में एल के साहू सहायक अनुभाग अधिकारी मंत्रालय नया रायपुर, नवाचारी शिक्षक महेन्द्र पटेल, गोवर्धन साहू,समाजसेवी लीलाराम साहू व कीर्तन कार जगदीश प्रसाद साहू ने कैरियर निर्माण के अनेक गुर बताए। इस मौके पर मार्गदर्शक एल के साहू ने बच्चों को सफलता के तीन मूल मंत्र बताया।सबसे पहले लक्ष्य निर्धारण करना,उसे प्राप्त करने के लिए परिश्रम करना और धीरज रखना। उन्होंने कहा यदि इन तीनों बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए तैयारी की जाय तो सफलता अवश्य मिलती है।साथ ही उन्होंने रुचिनुरूप क्षेत्र का चयन तथा विभिन्न उदाहरणों से बच्चों के जिज्ञासाओं को शांत करने का प्रयास किया।
वहीं नवाचारी शिक्षक महेन्द्र पटेल ने छात्र जीवन में अनुशासन,समय प्रबंधन, दैनिक दिनचर्या,लेखन शैली,सत्संगति करना मोबाईल के सदुपयोग पर विस्तार पूर्वक प्रकाश डालते हुए कहा छोटी-छोटी बातें हमारे जीवन में सफलता को प्रभावित करती है। यदि हम इन बातों का सदुपयोग करना समझ जाएं तो सफलता अपने आप हमारी कदम चुमती है।वहीं गोवर्धन साहू ने लक्ष्य निर्धारण कर तैयारी करने,औसत से ऊपर कार्य व पढ़ाई करने सहित विभिन्न प्रेरक प्रसंगो कहानियों के माध्यम से प्रेरित किया। वहीं लीलाराम साहू ने ग्राम स्तर पर बच्चों को मार्गदर्शन ग्राम के शिक्षक महेन्द्र और गोवर्धन की पहल की मुक्त कंठ से सराहना की। उन्होंने समाज में बढ़ती अराजकता और नशाखोरी पर चिंता व्यक्त करते हुए बच्चों को नशा से दूर रहने तथा महापुरुषों की जीवनी से सीख लेने को कहा। सभी विद्यार्थियों ने
शिक्षको द्वारा ग्राम स्तर पर पहली बार कैरियर मार्गदर्शन आयोजन की पहल को काफी पसंद किया और भविष्य में पुनः आयोजित करने की इच्छा जताए हैं।इस अवसर पर मंदिर के सेवक बिशाल निषाद,पालक डाकेश साहू सहित तीस से अधिक विद्यार्थियों की उपस्थिति रहीं।


