प्रदेश में कर्मचारी व पेंशनरो को केशलेस चिकित्सा लाभ की मांग तेज
प्रदेश में कर्मचारी व पेंशनरो को केशलेस चिकित्सा लाभ की मांग तेज
आरंग
,,,छत्तीसगढ़ में कैशलैस चिकित्सा सुविधा की मांग को लेकर हलचल तेज हो गई है
प्रदेश के लगभग 5 लाख कर्मचारियो उनके आश्रितों व पेंशनरो ने राज्य स्थापना दिवस के रजत जयंती अवसर पर सौगात के रूप में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से केशलेस चिकित्सा का लाभ प्रदान करने की मांग की है चिकित्सा सुविधा की प्रकिया जटिल होने व सरकारी अस्पतालों में सीमित चिकित्सा सुविधा के कारण निजी अस्पतालो में भर्ती मरीज को ईलाज हेतु गहने, जमीन,गिरवी रखकर व कर्ज लेकर ईलाज कराना पड़ता है भैषजिकअवकाश अवधि में कर्मचारियों को वेतन से वंचित होना पड़ता है तथा स्वास्थ्य लाभ होने पर लंबित वेतन के भुगतान लिए कार्यालयों का चक्कर काटना पड़ता है जिसके चलते कर्मियों को आर्थिक संकट से जूझना पड़ता है शिक्षक संघ के प्रवक्ता पं छत्रधर दीवान अध्यक्ष हरीश दीवान पूर्व अध्यक्ष राजकुमार दीपकका मानना है कि छत्तीसगढ़ के नव निर्माण व उत्तरोत्तर प्रगति में कर्मचारियों की अहम भूमिका है यदि कैशलेश व निःशुल्क चिकित्सा योजना लागू होती है तो यह प्रदेश के कर्मचारियों के लिए निश्चित रूप से जीवनदायिनी साबित होगी एक संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति में छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस की रजत जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की उपस्थिति में केशलेस चिकित्सा कर्मचारी संगठन की प्रदेश अध्यक्ष उषा चंद्राकर, संरक्षक राकेश कुमार, विनोद सिंह, रमेश कुमार नेगी लिखेश वर्मा विजय कोचेंद्र मंजुलता शोरी दिलेश्वर् साव आजुराम सिन्हा पीयूष कुमार गुप्ता,राजकुमार दीपक, पं छत्रधर दीवान, खेदु राम चंद्राकर नेमेश्वर साहू संतोष साहू ,तेजराम साहू, तुलाराम पाल, छोटू राम साहू, वीरेंद्र टंडन,राजकुमार नारंग भोजराम साहू, प्रेम लाल साहू एम आर साहू लक्षमण साहू, मनिहार साहू, पेमन साहू, भास्कर यादव,भारत, ओंकार वर्मा, सुनील चंद्राकर, व समस्त कर्मचारी व पेंशनरो ने सभी कर्मचारियों के लिए प्रदेश सरकार से केशलेस निःशुल्क चिकित्सा योजना की मांग की है

