*पूर्व विधायक ने सरकार को चेताया अन्नदाता ओर कर्मचारियों से न करें धोखा*
*हिटलरशाही जनतंत्र की पहचान नहीं*
*पूर्व विधायक ने सरकार को चेताया अन्नदाता ओर कर्मचारियों से न करें धोखा*
सुरेंद्र जैन/धरसीवां
धान खरीदी केंद्रों का निरीक्षण करने के बाद पूर्व विधायक अनिता योगेंद्र शर्मा ने सरकार को चेताया है कि सत्ता में बैठकर अन्नदाताओं ओर कर्मचारियों के साथ हिटलरशाही ठीक नहीं
पूर्व विधायक अनिता योगेंद्र शर्मा ने कहा कि भाजपा की डबल इंजन सरकार से किसान व जनता परेशान है उन्होंने धान मंडी टेकारी और खौना का दौरा कर धान खरीदी व्यवस्था का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान पूर्व विधायक अनिता योगेंद्र शर्मा ने किसानों की समस्याओं को गंभीर बताते हुए भाजपा सरकार पर कड़े आरोप लगाए।
*इक्कीस क्विंटल के वादे से मुकर रही सरकार*
पूर्व विधायक ने कहा कि कहा कि सरकार द्वारा प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदने का वादा सिर्फ घोषणाओं तक सीमित है जमीनी सच्चाई यह है कि प्रति एकड़ इक्कीस क्विंटल लेने के बजाय पटवारी और संबंधित अधिकारी किसानों की गिरदावरी रिपोर्ट गलत रिपोर्ट बनवाकर किसी गांव में 16 क्विंटल एकड़ किसी गांव 17क्विंटल एकड़ के हिसाब से धान ले रहे हैं, जिसका सीधा नुकसान किसानों को उठाना पड़ रहा है।
*हिटलरशाही से काम पर वापस लाए जा रहे कर्मचारी*
पूर्व विधायक ने यह भी आरोप लगाया कि मंडियों में हड़ताल पर रहे कर्मचारियों और ऑपरेटरों को दबाव और धमकी देकर काम पर वापस लाया जा रहा है, जो प्रशासन की मंशा पर सवाल उठाता है।
अनीता योगेंद्र शर्मा ने कहा,“धान खरीदी व्यवस्था पूरी तरह अस्त-व्यस्त है। भाजपा की डबल इंजन सरकार फेल हो चुकी है और जनता, खासकर किसान, लगातार परेशान हो रहे हैं।”
उन्होंने मांग की कि धान खरीदी में पारदर्शिता लाई जाए, गलत गिरदावरी तैयार करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई हो, और किसानों का पूरा धान खरीदा जाए।


