सरस्वती शिशु मंदिर गुल्लू में मनाया गया वीरता और बलिदान का पर्व
सरस्वती शिशु मंदिर गुल्लू में मनाया गया वीरता और बलिदान का पर्व
आरंग
सरस्वती शिशु मंदिर गुल्लू में वीरांगना रानी लक्ष्मी बाई की जयंती धूमधाम से मनाई गई।इस अवसर पर प्रधानाचार्य डोमार सिंह लोधी ने रानी लक्ष्मी बाई के जीवन,साहस और 1857 के विद्रोह में उनके बलिदान पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम के दौरान आचार्य दीदी लुकेश्वरी लोधी ने लक्ष्मीबाई के त्याग और राष्ट्र के प्रति समर्पण और गाथा सुनाई।जिससे छात्रों को प्रेरणा मिली।विद्यालय के छात्रों ने अपनी प्रस्तुतियां दी जिसमें कविता पाठ और नुक्कड़ नाटक शामिल था,जो ' बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, के संदेश पर केंद्रित था।
छात्रा ने अपनी कविता पाठ के माध्यम से यह संदेश दिया कि आज की बिटिया के हाथों में कलम देकर उन्हें भी लक्ष्मीबाई की तरह शसक्त बनाया जा सकता है, क्योंकि वे शिक्षा के माध्यम से देश की सेवा कर सकती हैं।कार्यक्रम की शुभारंभ मां सरस्वती की वंदना और महान विभूतियों के चित्रों पर माल्यार्पण के साथ हुआ,जिसके बाद छात्र -छात्राओं ने देशभक्ति के गीत गाए।विद्यालय के शिक्षकों और छात्रों की उपस्थिति में,यह कार्यक्रम रानी लक्ष्मी बाई के शौर्य और वीरता को समर्पित रहा।
उक्त कार्यक्रम में सचिव अशोक यादव,सहसचिव रामू लोधी,आचार्य संतोष पटेल,साहिल ढीढी,सुनीता साहू,अमृत धीवर,हेमलता साहू,कविता साहू,दुर्गा यादव, ख़ेमीन पटेल,बसंती साहू,तुलसी साहू उपस्थित रहे।


