कोई किसान आत्मघाती कदम न उठाएं,आंदोलन एक रास्ता है- तेजराम विद्रोही
कोई किसान आत्मघाती कदम न उठाएं,आंदोलन एक रास्ता है- तेजराम विद्रोही
राजिम
टोकन नहीं कटने से परेशान छत्तीसगढ़ के एक किसान ने ब्लेड से अपना गला काटकर आत्महत्या करने का प्रयास किया जो बहुत ही गंभीर विषय है और किसान हितैषी होने का दावा करने वाली राज्य की भाजपा सरकार के चेहरा को बेनक़ाब किया है, क्योंकि इस साल किसानों को अपनी खेती करने के लिए खासे परेशानियों का सामना करना पड़ा है. बोनी के समय बीज व खाद की समस्या, फिर बीमारी और बेमौसम बारिश और अब ज़ब फसल तैयार हुआ है तो बेचने के लिए एग्रीस्टेक पोर्टल में पंजीयन और टोकन की समस्या. रोज प्रदेश के अलग अलग हिस्सों से किसानों की समस्याएं सामने आ रही है लेकिन राज्य सरकार उनके प्रशासन और जन प्रतिनिधि कोई ठोस उपाय निकाल पाने में असमर्थ है. व्यवस्थागत कमियों का शिकार अन्नदाता किसान हो रहे हैं.
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश महासचिव तेजराम विद्रोही ने किसानों से निवेदन किया है कि कोई भी किसान किसी भी स्थिति में आत्मघाती कदम न उठावें बल्कि किसानों का आंदोलन एक रास्ता है. उन्होंने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से राज्य सरकार से आग्रह किया है कि टोकन व्यवस्था को सरल बनावें और प्रतिदिन धान खरीदी सीमा को बढ़ाया जाए।

