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सांकरा(धरसीवां)की बेशकीमती जमीन पर उद्योगों की टेढ़ी नजर,शिवसेना ने सौंपा ज्ञापन
शुक्रवार, 3 जुलाई 2020
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सांकरा की बेशकीमती जमीन पर उद्योगों की टेढ़ी नजर,शिवसेना ने सौंपा ज्ञापन
@अतिरिक्त तहसीलदार ने कहा की जाएगी जांच,
@श्मशान घाट की जमीन भी खतरे में
सांकरा निको(धरसीवां) से विशेष रिपोर्ट
लंबे समय से साकरा की शासकीय जमीन पर कुछ उद्योगों की टेढ़ी नजर रही है अब इन उद्योगों से सांकरा के शमशान घाट की जमीन भी खतरे में नजर आ रही है इस मामले को लेकर शिवसेना के स्थानीय नेता परमानंद वर्मा ने शुक्रवार को अतिरिक्त तहसीलदार रवि विश्वकर्मा को ज्ञापन सौंपा और कार्यवाही की मांग की जिस पर उन्होंने जांच कर कार्यवाही का आश्वासन दिया है।
जानकारी के मुताबिक औद्योगिक क्षेत्र सिलतरा में औद्योगिकीकरण के बाद साकरा से पठारी मार्ग के उत्तर दिशा में सोडरा तक एकेवीएन की जमीन पर कुछ उद्योग स्थापित हुए लेकिन बाद में उन उद्योगों ने अपने उधोगो का विस्तार करते हुए धीरे-धीरे साकरा की निस्तारी जमीन को अपने कब्जे में लेना शुरू कर दिया कहीं वृक्षारोपण के नाम पर तो कहीं किसी तरह से साकरा की सरकारी जमीन को अवैध तरीके से दबाने के कारण जिस जगह पशु चारागाह थी वहां भी तार फेंसिंग हो गई अटल चौक से उद्योगों की तरफ जाने वाला रास्ता भी बंद हो गया और अब श्मशान घाट की जमीन पर भी एक उद्योग की टेढ़ी नजर गड़ी हुई है
(ग्राम पंचायत ने संरक्षित की थी जमीन)
सांकरा ग्राम पंचायत ने पूर्व सरपंच टहल साहू के कार्यकाल में श्मशान घाट की जमीन को संरक्षित किया था उन्होंने जयसवाल निको स्टील प्लांट के सहयोग से साकरा की श्मशान घाट की उक्त भूमि पर चारों तरफ बाउंड्री का निर्माण कराया पूर्व सरपंच टहल साहू का कहना है कि एकेवीएन ने जो जमीन गांव को दी थी उसे संरक्षित करना जरूरी था इसलिए उक्त जमीन पर बाउंड्री का निर्माण करा दिया गया जो अब गांव की निस्तारित जमीन है।
(अतिरिक्त तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन)
साकरा की बेशकीमती उद्योगों द्वारा दबाया जाने को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए शुक्रवार को शिवसेना के स्थानी नेता परमानंद वर्मा ने दुर्गा बंजारे ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ अतिरिक्त तहसीलदार धरसीवा रवि विश्वकर्मा को ज्ञापन सौंपा ज्ञापन में उन्होंने सांकरा से सोंडरा मार्ग के उत्तर में स्थित सभी उद्योगों के सीमांकन की मांग की है और सांकरा की जमीन को मुक्त कराने की मांग की है उनका कहना है कि गांव की निस्तारी जमीन चारागाह खेल मैदान मरी कटान श्मशान घाट और तालाब गांव की धरोहर के रूप में हमेशा रहना चाहिए जिसका ग्रामीण उपयोग करते हैं
(जांच कार्य करेंगे कार्यवाही इस मामले में )
अतिरिक्त तहसीलदार रवि विश्वकर्मा का कहना है कि वह इस मामले में मौके पर जांच कर कार्यवाही करेंगे पटवारी के माध्यम से इस मामले की रिपोर्ट ली जाएगी
@अतिरिक्त तहसीलदार ने कहा की जाएगी जांच,
@श्मशान घाट की जमीन भी खतरे में
सांकरा निको(धरसीवां) से विशेष रिपोर्ट
लंबे समय से साकरा की शासकीय जमीन पर कुछ उद्योगों की टेढ़ी नजर रही है अब इन उद्योगों से सांकरा के शमशान घाट की जमीन भी खतरे में नजर आ रही है इस मामले को लेकर शिवसेना के स्थानीय नेता परमानंद वर्मा ने शुक्रवार को अतिरिक्त तहसीलदार रवि विश्वकर्मा को ज्ञापन सौंपा और कार्यवाही की मांग की जिस पर उन्होंने जांच कर कार्यवाही का आश्वासन दिया है।
जानकारी के मुताबिक औद्योगिक क्षेत्र सिलतरा में औद्योगिकीकरण के बाद साकरा से पठारी मार्ग के उत्तर दिशा में सोडरा तक एकेवीएन की जमीन पर कुछ उद्योग स्थापित हुए लेकिन बाद में उन उद्योगों ने अपने उधोगो का विस्तार करते हुए धीरे-धीरे साकरा की निस्तारी जमीन को अपने कब्जे में लेना शुरू कर दिया कहीं वृक्षारोपण के नाम पर तो कहीं किसी तरह से साकरा की सरकारी जमीन को अवैध तरीके से दबाने के कारण जिस जगह पशु चारागाह थी वहां भी तार फेंसिंग हो गई अटल चौक से उद्योगों की तरफ जाने वाला रास्ता भी बंद हो गया और अब श्मशान घाट की जमीन पर भी एक उद्योग की टेढ़ी नजर गड़ी हुई है
(ग्राम पंचायत ने संरक्षित की थी जमीन)
सांकरा ग्राम पंचायत ने पूर्व सरपंच टहल साहू के कार्यकाल में श्मशान घाट की जमीन को संरक्षित किया था उन्होंने जयसवाल निको स्टील प्लांट के सहयोग से साकरा की श्मशान घाट की उक्त भूमि पर चारों तरफ बाउंड्री का निर्माण कराया पूर्व सरपंच टहल साहू का कहना है कि एकेवीएन ने जो जमीन गांव को दी थी उसे संरक्षित करना जरूरी था इसलिए उक्त जमीन पर बाउंड्री का निर्माण करा दिया गया जो अब गांव की निस्तारित जमीन है।
(अतिरिक्त तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन)
साकरा की बेशकीमती उद्योगों द्वारा दबाया जाने को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए शुक्रवार को शिवसेना के स्थानी नेता परमानंद वर्मा ने दुर्गा बंजारे ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ अतिरिक्त तहसीलदार धरसीवा रवि विश्वकर्मा को ज्ञापन सौंपा ज्ञापन में उन्होंने सांकरा से सोंडरा मार्ग के उत्तर में स्थित सभी उद्योगों के सीमांकन की मांग की है और सांकरा की जमीन को मुक्त कराने की मांग की है उनका कहना है कि गांव की निस्तारी जमीन चारागाह खेल मैदान मरी कटान श्मशान घाट और तालाब गांव की धरोहर के रूप में हमेशा रहना चाहिए जिसका ग्रामीण उपयोग करते हैं
(जांच कार्य करेंगे कार्यवाही इस मामले में )
अतिरिक्त तहसीलदार रवि विश्वकर्मा का कहना है कि वह इस मामले में मौके पर जांच कर कार्यवाही करेंगे पटवारी के माध्यम से इस मामले की रिपोर्ट ली जाएगी
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