खेती किसानी
*एक सैन्य अधिकारी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर की ,महानदी किनारे तटबंध बनाने की मांग*
रविवार, 6 सितंबर 2020
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एक सैन्य अधिकारी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर महानदी किनारे तटबंध बनाने की मांग
नवागांव(मगरलोड)
एक ओर जहां प्रदेश सरकार किसान हितैषी होने की बात करती है, वही किसानों को काफी सुविधाएं प्रदान करने का दावा भी करती हैं, वही महानदी से लगा हुआ एक ग्राम है नवागांव जहां के किसान अपनी बर्बाद होती फसल को देखकर काफी परेशान हैं । वर्षा काल में नदी में बाढ़ आने से इन किसानों की फसल बर्बाद हो जाती है। इन किसानों की सिर्फ एक ही मांग है कि तटबंध अभिलंब बनाया जाए जिससे उनकी बर्बाद होते फसल को बचाया जा सके। ग्राम पंचायत नवागांव के रोजगार सहायक हेमंत कुमार साहू ने बताया कि तटबंध ना होने की वजह से करीब साढे तीन सौ एकड रकबे की फसल महानदी एवं पैरी नदी में आई बाढ़ के पानी में डूब जाता है । ग्राम वासी विगत कई वर्षों से शासन से मांग कर आश में हैं। ग्राम वासियों की सिर्फ एक ही मांग है कि तटबंध अतिशीघ्र बनाया जाए ।
वही एक सैन्य अधिकारी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अपने तटबंध बनवाने की मांग किये हैं ।. मिली जानकारी के अनुसार सूबेदार मेजर गोवर्धन, भारतीय शस्त्र सेना में पिछले 32 वर्षों से कार्यरत हैं और वर्तमान में नई दिल्ली के सफदरजंग में स्थित 227 वीं कैंप एएससी में पदस्थ हैं . मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लिखे पत्र में गोवर्धन ने बताया है कि वे सैन्य अधिकारी होने के साथ-साथ छत्तीसगढ़ के धमतरी जिला अंतर्गत आने वाले ग्राम नवागांव (बुढ़ेनी) के काश्तकार (किसान) हैं । उनका गाँव महानदी तट पर स्थित है और महानदी में बाढ़ आने पर उसका पानी उनके गाँव की किसानी जमीन में आ जाता है, जिससे किसानों की फसल तो बर्बाद होती ही है, साथ ही साथ गाँव की भूमियों का क्षरण भी हो रहा है ग्राम पंचायत नवागांव धमतरी जिले का एक आदर्श ग्राम है नदी के बहाव के चलते धीरे-धीरे तट करते हुए गांव की ओर बढ़ रहा है पिछले दिनों हुई तेज बारिश के कारण नदी में आई बाढ़ के कारण नदी किनारे किनारे की भूमि का कटाव हो गया था किसानों के खेतों में उनकी फसलों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया था. गांव वालों को डर है कि पुनः ऐसी तेज मूसलाधार बारिश अगर होती है तो फिर से गांव की जमीन को अपने साथ बहा ले जाएगी। ऐसे में नदी के दूसरे छोर पर राजिम से लेकर चौबेबाँधा पुल तक बनाए गए तटबंध की तरह अगर महानदी के इस छोर पर लोमश ऋषि आश्रम से परसवानी तक तटबंध बनवा दिया जाता है, तो उनके गाँव के साथ-साथ परसवानी गाँव तक के ग्रामों और उनके किसानों की समस्या हल जो जाएगी . इस संबंध में ग्राम पंचायत नवागांव द्वारा बाकायदा प्रस्ताव पारित कर मुख्यमंत्री को प्रेषित किया जा चुका है, जिस पर मानवीय संवेदना प्रदर्शित करते हुए यथाशीघ्र क्रियान्वित किए जाने की आवश्यकता है और जिस हेतु वे मुख्यमंत्री से निवेदन कर रहे हैं . तटबंध निर्मित हो जाने की स्थिति में संबंधित गाँवों के किसान उनके प्रति आभारी रहेंगे . बताना जरूरी है कि हर वर्ष बारिश काल में महानदी में बाढ़ आने पर नवागांव सहित अन्य ग्राम के किसानों की स्थिति काफी दयनीय हो जाती है . ऐसे में अन्नदाताओं की मांग पर मुख्यमंत्री को शीघ्र ही निर्णय करने की आवश्यकता है ।
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