शिक्षा
*पढ़ाई तुहर द्वार में शिक्षिका कंचन लता यादव शानदार पहल करते हुए विद्यार्थियों को लगातार शिक्षित कर रही है*
रविवार, 6 सितंबर 2020
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पढ़ाई तुहर द्वार में शिक्षिका कंचन लता यादव शानदार पहल करते हुए विद्यार्थियों को लगातार शिक्षित कर रही है
अभनपुर
वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण भारत सरकार एवं छत्तीसगढ़ सरकार ने सभी स्कूल कॉलेज जब बंद कर दिए तो इस समय बच्चों की पढ़ाई को ध्यान में रखकर छत्तीसगढ़ सरकार स्कूल शिक्षा विभाग ने c.g. school.in पोर्टल के रूप में महत्वकांक्षी योजना पढ़ाई तूहर द्वार के माध्यम से बच्चों को घर तक शिक्षा उपलब्ध करा रहे है। जिससे प्रदेश के साथ-साथ अन्य राज्यों के विद्यार्थियों द्वारा इस योजना का लाभ उठाया जा रहा है । छत्तीसगढ़ शासन ने विद्यार्थियों को शिक्षित करने का बीड़ा शिक्षकों को सौंपा है। ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से शिक्षक एवं शिक्षिकाएं विद्यार्थियों को कोर्स मैटेरियल उपलब्ध करा रहे हैं और शिक्षित कर रहे हैं इसी दिशा में अभनपुर विकासखंड के अंतर्गत शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला में पदस्थ शिक्षिका श्रीमती कंचन लता यादव विज्ञान विषय में शानदार पहल करते हुए विद्यार्थियों को लगातार शिक्षित कर रही है उनके लगन एवं पहल के कारण काफी विद्यार्थी शिक्षित हो रहे हैं व रोचक ढंग से अध्ययन अध्यापन की शैली में शिक्षिका संपर्क अन्य शिक्षकों से हो रहा है उन शिक्षिकाओं को भी हुए उनके विषय में जानकारी देकर शिक्षित करने के प्रयास में लगी हुई है, ताकि हर विषय के विद्यार्थियों को शिक्षित किया जा सके । पढ़ाई तुहर द्वार एक ऐसा ऐप है जिसमें घर बैठे विद्यार्थी पाठ्यक्रम की जानकारी प्राप्त कर रहे हैं ।विज्ञान विषय के सरलतम सूत्रों को आसान ढंग से समझाया गया है और यह तरीका विज्ञान की शिक्षिका ने निकाला है जिससे विद्यार्थी काफी लाभान्वित हो रहे हैं । विज्ञान के साथ सर्वांगीण विकास के लिए menti.com विज्ञान क्विज कार्यक्रम का हिस्सा बन रही है । अभी वर्तमान में माध्यमिक स्तर पर audio-video पाठ्यक्रम समाज निर्माण हेतु सामग्री का निर्माण कर रही है ऑडियो बना चुकी है छत्तीसगढ़ स्कूल शिक्षा विभाग के महत्वकांक्षी कार्यक्रम पढ़ाई तुहर द्वार ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन के मार्गदर्शन एवं सुव्यवस्थित संचालन का कार्य जिला स्तर पर कर रही है एवं विकास खंड प्रभारियोंं से संपर्क कर डेटा संकलन एवं मार्गदर्शन का कार्यक्रम है आने वाले दिनों में ऐसी संस्था कब तक प्रारंभ होंगे यह सुनिश्चित नहीं है फिर भी शिक्षक पूरी जिम्मेदारी के साथ तन्मयता के साथ विद्यार्थियों को शिक्षित करने में लगे हुए हैं।
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