जब हाथी वन परिक्षेत्र पांडुका क्षेत्र में प्रवेश कर लिया था तो जिम्मेदार विभाग दिन भर मौन क्यों और कैसे..?
वन विभाग की लापरवाही और गैरजिम्मेदाराना रवैया से एक भोले भाले आदिवासी समाज के युवक का असमय मृत्यु ....
जब हाथी वन परिक्षेत्र पांडुका क्षेत्र में प्रवेश कर लिया था तो जिम्मेदार विभाग दिन भर मौन क्यों और कैसे..?
प्रीतम सिन्हा भाजपा नेता गरियाबंद
गरियाबंद
जिले में दंतैल हाथी द्वारा एक व्यक्ति को कुचलने का मामला सामने आया है, मामला पांडुका वन परीक्षेत्र के साकरा गांव का है, जबकि अधिकारियों का कहना है कि एक हाथी अपने दल से बिछड़कर पांडुका वन क्षेत्र के तरफ आया है मगर वन परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले किसी वन अमला के द्वारा क्षेत्र में मुनादी भी नहीं कराया गया।
खोवालाल अपने एक साथी के साथ बाइक में जा रहे थे इसी दौरान साकरा और पचपेड़ी के बीच नहर के पास अचानक सामने से हाथी को देखकर हड़बड़ा गए, और मोटरसाइकिल से गिर गए, इस दौरान खोवा लाल का साथी भागने में कामयाब हो गया लेकिन वह खुद नहीं भाग पाया, हाथी ने उसको दबोच लिया और कुचल कर मार डाला। अगर विभाग का जिम्मेदार अमला समय पर क्षेत्र में मुनादी करा दिया होता तो यह अनहोनी घटना को रोका जा सकता था, मगर गेरजिम्मेदाराना वन अमला के चलते एक जवान आदिवासी को अकाल मौत का सामना करना पड़ गया।