प्रशासन का अतिक्रमण हटाने में भेदभाव-बरसते पानी मे चला बेजा कब्जे पर बुलडोजर - fastnewsharpal.com
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प्रशासन का अतिक्रमण हटाने में भेदभाव-बरसते पानी मे चला बेजा कब्जे पर बुलडोजर

प्रशासन का अतिक्रमण हटाने में भेदभाव-बरसते पानी मे चला बेजा कब्जे पर बुलडोजर



*पूर्व सरपंच की होटल तुड़वाने की सड़क जाम*

*होटल संचालक के परिजनो ने कहा होटल टूटी तो मर जायेंगे भूखे*

   सुरेन्द्र जैन / धरसीवा

   धरसीवा की कूँरा नगर पंचायत के वार्ड क्रमांक 13 में बरसते पानी मे बेजा कब्जों पर प्रशासन का बुलडोजर चला इस दौरान भारी हंगामा भी देखने को मिला पार्षद ओर कुछ नागरिक पूर्व सरपंच की दूकान तुड़वाने सड़क जाम कर बैठ गए तो वहीं पूर्व सरपंच के परिवार जनों ने कहा कि यदि उनकी दुकान टूटी तो उनका 12 सदस्यों वाला परिवार भूखा मरने लगेगा क्योकि एकमात्र यही उनकी आय का स्रोत है यदि अतिक्रमण हटाना है तो उनके साथ फिर जो सैंकड़ो अतिक्रमण हैं वो सभी हटाये जाएं।

    नगर पंचायत अध्य्क्ष ढालेंद्र वर्मा ने बताया कि प्रशासन जो अतिक्रमण हटा रहा उसमे भेदभाव बहुत हो रहा है पूर्व में यहां कलेक्टर साहब का आगमन हुआ था तब सर्व मांगलिक भवन स्वाबलंबन योजना के अंतर्गत दुकान ओर व्यवसायिक काम्प्लेक्स के लिए जगह चिन्हांकित किये थे सिन्हा समाज के लोगो ने जो अतिक्रमण किया था वह हटा दिया एक अन्य जगह का भी हटा दिया लेकिन जहां व्यवसायिक कांप्लेक्स छोटी छोटी दुकान बनना है उसे नहीं हटाया इसीलिए उसे भी तुड़वाने की मांग कर रहे है

   वार्ड क्रमांक 1 के पार्षद योगेश कुमार साहू ने प्रशासन पर अतिक्रमण में भेदभाव का आरोप लगाया और कहा कि कुछ लोगो का अतिक्रमण तो हटा दिया लेकिन जहां अस्पताल बनना है वहां का नहीं हटाया उसी की मांग को लेकर सड़क जाम की है।

     तहसीलदार गुप्ता ने बताया कि नगर पंचायत की पहल पर कलेक्टर के निर्देशन में तीन चार लोगों का बेजा कब्जा हटाया गया है भीम देवांगन का भी तोड़ा जा रहा है।

    

*घांस जमीन और नहर किनारे सैंकड़ो अतिक्रमण*

   कूँरा नगर पंचायत में एक दो नहीं बल्कि सैंकड़ो अतिक्रमण हैं घांस जमीन और नहर किनारे बड़ी संख्या में मकान दुकाने निर्मित हैं पूर्व सरपंच श्रीमती देवांगन ओर उनकी बेटी संगीता देवांगन पुत्र भीम देवांगन का कहना है कि बीस साल पहले यहां घुरुआ था जिसे सफाई कर उन्होंने छोटी सी होटल शुरू की थी यही उनके परिवार की रोजी रोटी का एकमात्र साधन है 12 सदस्यों वाला उनका परिवार दुकान टूटने से भुखमरी की कगार पर आ जायेगा बाबजूद इसके सिंर्फ़ उनकी ही दुकान तोड़ने अभियान चलाया गया जबकि उनके आसपास घांस जमीन व नहर किनारे शासकीय भूमि में अनगिनत दुकानें व पक्के मकान तक बने हैं उन्हें प्रशासन नहीं तोड़ रहा भरी बरसात में उनकी दुकान तोड़कर उनके परिवार की रोजी रोटी का साधन छीनगे का प्रयास किया जा रहा है

      यदि प्रशासन को बेजा कब्जा हटाना ही है। तो जो अनगिनत अतिक्रमण हुए है उन सभी को हटाएं अकेले उनसे किस बात की रंजिस है।

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