एमिटी विश्वविद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह में 73 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक और 15 विद्यार्थियों को अशोक चौहान स्कॉलरशिप से किया गया सम्मानित
एमिटी विश्वविद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह में 73 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक और 15 विद्यार्थियों को अशोक चौहान स्कॉलरशिप से किया गया सम्मानित
04 विद्वानों को मानद उपाधि और बहुमुखी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को बलजीत शास्त्री अवार्ड, बेस्ट ऑलराउंड अवॉर्ड से किया गया सम्मानित
रायपुर
एमिटी विश्वविद्यालय छत्तीसगढ़ का पहला दीक्षांत समारोह गुरुवार दिनांक 23 फरवरी 2023 को माठ स्थित एमिटी परिसर में आयोजित किया गया। समारोह का आरंभ सुबह 11 बजे हुआ | सत्र 2016 से लेकर 2022 बैच सर्वोच्च अंक प्राप्त कर उत्तीर्ण हुए 73 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक, 37 को बलजीत शास्त्री अवॉर्ड, 15 विद्यार्थियों को अशोक चौहान स्कॉलरशिप और 05 विद्यार्थियों को ऑलराउंड अवार्ड से सम्मानित किया गया | सन 2018 की साक्षी जैसवाल, सन 2019 के सागर खरे, 2020 की सादिया ऊमरानी, 2021 के सौरव बिस्वास और 2022 की शिल्पी घोष ऑलराउंड अवार्ड से सम्मानित हुए।
दीक्षांत समारोह में सारडा कंपनी के सीएमडी श्री कमल किशोर सारडा, सेवानिवृत्त आईएएस डॉ सुशील त्रिवेदी और एम्स रायपुर के निदेशक नितीन एम नागरकर को ऑनरिस कॉजा (मानद उपाधि) से सम्मानित किया गया। लॉर्सन एंड टूब्रो के श्री हेमंत कुमार को मानद प्रोफेसरशिप से सम्मानित किया गया।
एमिटी विश्वविद्यालय के संस्थापक अध्यक्ष डॉ असीम के. चौहान ने विद्यार्थियों और अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा- केवल 5 साल की अवधि में एमिटी यूनिवर्सिटी तेजी से शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी रहा है, हमारी संस्था और भी बड़ी उपलब्धियां पाने की राह पर है। एमिटी के 18 अंतरराष्ट्रीय परिसर को विश्व स्तर पर स्थान प्राप्त है।
एमिटी विश्वविद्यालय छत्तीसगढ़ के कुलाधिपति डॉ. डब्लू. सेल्वामूर्ति ने कहा – एमिटी विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों और शोधार्थियों द्वारा अनुसंधान के क्षेत्र में सराहनीय कार्य किया गया है। जब मैं पूर्व राष्ट्रपति डॉ अब्दुल कलाम के साथ डीआरडीओ में कार्यरत् था तब वे कहते थे- सपने देखो, योजना बनाएं फिर उस पर कार्य कर आगे बढें। यह नीति प्रत्येक विद्यार्थी और प्रशिक्षु के लिए अनिवार्य है। विद्यार्थियों को भी राष्ट्र के विकास में अपनी भूमिका सुनिश्चित करनी चाहिए।
कुलपति प्रोफेसर डॉ पीयुष कांत पांडेय ने विश्वविद्यालय की वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए बताया कि एमिटी विश्वविद्यालय को 3 हैकेथॉन पुरस्कार प्राप्त हुए, आईआईटी दिल्ली के नोडल केंद्र के रुप में एमिटी विश्वविद्यालय कार्य कर रहा है। हम जल जीवन मिशन के तकनीकी सहयोगी संस्था के रुप में कार्यरत् हैं। विश्वविद्यालय ने 5 ग्रामों को विकसित करने के लिए गोद लिया है।
इस दौरान छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय नियामक आयोग के अध्यक्ष उमेश मिश्रा ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा- अगर पहाडों की ऊंचाई तक नहीं पहुंचेंगे तो नजारा अच्छा नहीं दिखेगा, इसलिए निरंतर लक्ष्य को ध्यान में केंद्रित कर योजना बनाएं और क्रियान्वयन हेतु प्रयास करते रहें। अपने अभिभावकों के प्रति हमेशा कृतज्ञ रहें।
इस दौरान विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ सुरेश ध्यानी और सभी विभागों के विभागाध्यक्ष मंच पर उपस्थित रहे। प्राध्यापक, अभिभावक और विद्यार्थियों ने समारोह के अलंकरण सत्र में सम्मिलित होने के उपरांत विभागों में डिग्री वितरण हेतु निर्धारित सत्रों में उपस्थित रहे।