ब्रह्माकुमारी बहनों ने रक्षा सूत्र बांधकर वसुधैव कुटुंबकम् का संदेश देते मुख्य प्रशाशिका दादी प्रकाश मणी के विचारो को किया आत्मसाध
ब्रह्माकुमारी बहनों ने रक्षा सूत्र बांधकर वसुधैव कुटुंबकम् का संदेश देते मुख्य प्रशाशिका दादी प्रकाश मणी के विचारो को किया आत्मसाध
शिक्षिका एवं ब्रह्माकुमारी लेखनी दीदी ने शैक्षणिक संस्थानों , साधू सन्तो,वरिष्ठ जनो को रक्षा सूत्र बांधकर दिया परमात्म उपहार
तेजस्वी/छुरा
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के रसेला गीता पाठ शाला केंद्र कि ब्रह्माकुमारी बहनो ने गत 25अगस्त को ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की द्वितीय अन्तरराष्ट्रीय मुख्य प्राशासिका डा दादी प्रकाश मणी जी का पुण्यतिथि मनाई जहाँ संस्थान की संचालिका एवं शिक्षिका ब्रह्मा कुमारी लेखनी दीदी ने दादी जी के साथ बिताये कुछ पल को याद करते हुए उनके विचारो को रखा ।
ब्रह्माकुमारी दीदी ने बताये कि दादी जी सम्पुर्ण विश्व को एक परिवार मानती थी।वह कहती थी कि हम सभी मनुष्य आत्माए चाहे जिस किसी भी धर्म,जाती देश समाज,मठ व पन्त को मानने वाले हो सब एक परमात्मा शिव पिता के सन्तान है।उस पवित्रता के सागर परमात्मा पिता ने सम्पुर्ण विश्व को एकता के सूत्र मे बांध कर पवित्र दैवीय दुनिया ,सत्युगी संसार की रचना की थी और वसुधैव कुटुंबकम् का संदेश दिया था । उक्त माध्यम से दादीजी को श्रद्धंजली दी।वही गीता पाठ् शाला की सहयोगी संचालिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी सरोज दीदी ने सभी को रक्षा सूत्र बांधकर दादी जी की भावनाओ को आत्म साध करते हुए सर्व की सेवा के साथ साथ स्वयं की सेवा को आवश्यक बताया।चुकी रक्षाबंधन सभी पर्वों में एक अनोखा पर्व ही नहीं वरन भारत की संस्कृति एवं मानवीय मूल्यों को उजागर करने वाला, अनेक आध्यात्मिक रहस्यों को प्रकाशित करने वाला और भाई बहन के वैश्विक रिश्ते की स्मृति दिलाने वाला परमात्म उपहार है।ब्रह्मा कुमारी बहनो ने क्षेत्र के शैक्षणिक संस्थानो ,साधू सन्तो,ग्राम के वरिष्ठ जनो को रक्षा सूत्र बांध कर दादी जी के विचारो को परमात्म उपाहार के रुप मे सभी को स्नेह बांटे ।
उन्होंने कहा कि पूरे सावन भर हम ब्रह्माकुमारी बहने राखी बांधते हैं ।इसी क्रम में रशेला में रक्षाबंधन का पर्व मनाया जा रहा है।