तोरला निवासी मोक्षराज इंजीनियर से कम नहीं जो बोलने वाला रोबोट व प्रतियोगिता में महाविद्यालयीन श्रेणी में पहला पुरस्कार मिला
तोरला निवासी मोक्षराज इंजीनियर से कम नहीं जो बोलने वाला रोबोट व प्रतियोगिता में महाविद्यालयीन श्रेणी में पहला पुरस्कार मिला
पोंड -चम्पारण
रायपुर जिले के अभनपुर के समीप ग्राम तोरला के ऐसे युवा से मिलिए जो बीएससी (जीव विज्ञान) प्रथम वर्ष का छात्र है लेकिन कबाड़ के जुगाड़ के चलते किसी इंजीनियर से कम भी नहीं। अभनपुर ब्लॉक के तोरला निवासी मोक्षराज , रायपुर मे हुए कार्यक्रम मे एक बोरे में कई प्रोजेक्ट लेकर राजधानी पहुंचा और न्यू सर्किट हाउस के कन्वेंशन हॉल में एक-एक सामान (मॉडल) की जानकारी दी। यहां पर्यावरण संरक्षण मंडल की ओर से इन्वायरोथॉन प्रतियोगिता हुई। उन्हें प्रतियोगिता में महाविद्यालयीन श्रेणी में पहला पुरस्कार मिला। बातचीत में मोक्षराज ने बताया, मेरे पिता और चाचा प्लंबर व इलेक्ट्रिशियन हैं। उनसे ही प्रेरित होकर मैंने बेकार वस्तुओं पर प्रयोग करने लगा। मैंने जीव विज्ञान इसलिए चुना क्योंकि मैं गणित में कमजोर हूं लेकिन नवाचार और प्रयोग मेरा जुनून है। मैं आरंग के बद्रीप्रसाद लोधी पीजी कॉलेज में पढ़ाई कर रहा हूं।
*रोबोट बनाया जो बोलता हैं औऱ कमान देता हैं*
नेक फैन
ये है गले में लटकाने वाला पंखा । प्लास्टिक फोम से इस मॉडल को तैयार किया है। मोटर से प्लास्टिक के पंखे को गति मिलती है और आपको हवा ।
मिनी टेबल फैन
पेंट के खाली बॉक्स और पीवीसी पाइप से मिनी टेबल फैन तैयार किया है। बॉक्स में मोटर और स्वीच फिट किया है। जबकि पाइप में प्लास्टिक पंखा ।
हेड फोन
प्लास्टिक बोतल के ऊपरी हिस्से में बेकार हो चुके स्पीकर को लगाया है। इलेक्ट्रिकल पाइप को बैंड कर हेड के लिए शेप तैयार किया।
एक्सटेंशन बॉक्स
बॉडी लोशन के खाली डिब्बे में स्वीच फिट कर एक्सटेंशन बाक्स तैयार किया है।
अनेको प्रकार के कबाड़ से जुगाड़ कर इंजनीयरिंग तरिके से बनाया हैं, वही ऐसे युवा जो ग्रामीण अंचल से निकल कर अपनी कला प्रदर्शन कर यह बता दिया की शहरों मे ही नहीं गाँवो मे भी युवा हैं जो उन्नत तरिके से अपनी कला का जौहर दिखा सकता हैं बस उसे आगे बढ़ा सके ऐसे सहयोग की जरूर हैं जो उनके कला का प्रदर्शन के लिए सहयोग करे।