नवनिर्मित नेऊरडीह रेलवे अंडर ब्रिज में भरा बारिश का पानी लोगों के लिए बना परेशानी का सबब--एक महीने पहले ही बनकर तैयार हुई है अंडर ब्रिज - fastnewsharpal.com
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नवनिर्मित नेऊरडीह रेलवे अंडर ब्रिज में भरा बारिश का पानी लोगों के लिए बना परेशानी का सबब--एक महीने पहले ही बनकर तैयार हुई है अंडर ब्रिज

 नवनिर्मित नेऊरडीह रेलवे अंडर ब्रिज में भरा बारिश का पानी लोगों के लिए बना परेशानी का सबब--एक महीने पहले ही बनकर तैयार हुई है  अंडर ब्रिज



सुरेन्द्र जैन /धरसीवा 

रेलवे स्टेशन मांढर के समीप नेऊरडीह फाटक पर बने नवनिर्मित अंडर ब्रिज में बुधवार रात्रि को हुई तेज बारिश से घुटनों तक पानी भर जाने से आवागमन में लोगों को परेशानी हो रही है। इस अंडर ब्रिज निर्माण कार्य में ठेकेदार द्वारा बड़ी लापरवाही बढ़ती गई है । इस नवनिर्मित अंडर ब्रिज निर्माण में जगह-जगह पानी सीपेज हो रही है। जबकि बे मौसम बारिश में यह हाल है । तो बारिश के दिनों में अंडर ब्रिज कि क्या स्थिति होगी इसी से अंदाज लगाया जा सकता है । अब ठेकेदार कि लापरवाही की वजह से आम लोगों को परेशानी झेलनी पड़ेगी ।

    ज्ञात हो कि मांढर रेलवे स्टेशन के आसपास रेलवे फटकों के समीप केंद्र सरकार द्वारा आम लोगों को दुर्घटना से बचाने के लिए अंडरब्रिज का निर्माण स्वीकृत प्रदान किया गया था । जिसके तहत पिछले दो साल से अंडर ब्रिज निर्माण कार्य रायपुर के एक ठेकेदार द्वारा किया जा रहा है। इस अंडर ब्रिज निर्माण कार्य में ठेकेदार द्वारा अस्मिताएं बढ़ती गई है । जबकि नेऊरडीह अंडर ब्रिज निर्माण कार्य को पूर्ण हुए एक  महीने ही हुए हैं । रेलवे ने बरबंदा और नेऊरडीह फाटक को स्थाई रूप से बंद कर अंडर ब्रिज आम नागरिक के लिए खोला गया है । बताया जा रहा है कि नेऊरडीह अंडर ब्रिज के बाजू में एक बहुत बड़ा कुआं बनाई गई है। जहां पर अंडर ब्रिज के पानी को स्टोरेज कर मोटर पंप से पानी नाला में डालने के लिए पर रेलवे विभाग द्वारा उस गड्ढे से पानी खींचने के लिए  हार्स पावर का मोटर का उपयोग किया जा रहा है जो पानी नहीं खींच रहा है।


 इन जगहों पर हो रहा है अंडर ब्रिज का निर्माण 

हावड़ा से मुंबई को जोड़ने वाली सीधी लाइन पर रेलवे  द्वारा पिछले दो साल से गिरौद फाटक , मांढर देसी शराब दुकान के पास , नेऊरडीह, बरबंदा, टोर , तरेसर , सिलयारी,महुआ गांव ,‌ तथा तिल्दा के आगे रेलवे फटकों तक अंडर ब्रिज का निर्माण कार्य अलग-अलग ठेकेदार द्वारा किया जा रहा है। निर्माण कार्य बेहद धीमी गति से हो रही है । जिसके चलते रेलवे फटकों में जाम की स्थिति बनी रहती है ।

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