*उरमाल सेतु निर्माण के बाद अब बारिश के दिनो मे छग - ओडिसा का नही टूटेगा संपर्क*
*उरमाल सेतु निर्माण के बाद अब बारिश के दिनो मे छग - ओडिसा का नही टूटेगा संपर्क*
मनमोहन नेताम देवभोग (गरियाबंद)
जिले के मैनपुर ब्लाक अंतर्गत उरमाल तेल नदी पर लंबे समय से मांग की जा रही थी कि पड़ोसी उड़ीसा राज्य एवं छत्तीसगढ़ के मध्य तेल नदी उरमाल के पास सेतु का निर्माण हो जिससे दोनों राज्यों के बीच संपर्क बना रहे इसके बाद शासन प्रशासन की पहल एवं मेहनत रंग लाई और अब पुल बनकर तैयार है इस बार बारिश के दिनों में छत्तीसगढ़ और उड़ीसा के बीच सेतु निर्माण से संपर्क नहीं टूटेगा एवं आवागमन निरंतर जारी रहेगा उरमाल तेल नदी पर बने सेतु निर्माण के बाद दोनों राज्यों का बारिश के दिनों में जो संपर्क टूट जाती थी अब वह बनी रहेगी सेतु निर्माण के बाद गोहरापदर, अमलीपदर,उरमाल क्षेत्र के लोगो में भारी खुशी का वातावरण बना हुआ है तो वही ओडिसा के चंदाहांडी ,उमरकोट , झरीगांव क्षेत्र के स्थानीय ग्रामीणों में भी खुशी का माहोल है लगभग 15 करोड़ की लागत से बनी इस सेतु के निर्माण का काम जल्द पूरा होने से अब दोनो राज्यो के बीच व्यापार भी बढ़ेगा ।
*नाव पर सवार होकर पार होते थे लोग*
बारिश के दिनों में 4 माह छत्तीसगढ़ एवं उड़ीसा के बीच संपर्क टूट जाता था तेल नदी पर नाव के सहारे लोक पर होकर उड़ीसा जाने को मजबूर थे नाव में पर होना किसी चुनौतियों से काम नहीं था लेकिन अब रुमाल तेल नदी पर पुल बनने से लोगों को 12 मा आवागमन के लिए कठिनाइयों का सामना नहीं करना पड़ेगा अक्सर लोग बारिश के दिनों में नाव में पर होकर मजबूरन उड़ीसा जाते थे लेकिन अब उरमाल का यह सेतु दोनों राज्यों के बीच मधुरता के साथ व्यापार को भी बढ़ावा देगी ।
*व्यापारिक केंद्र बिंदु है उरमाल*
उरमाल गांव को लोग व्यापार का केंद्र बिंदु भी मानते हैं पड़ोसी उड़ीसा राज्य के चंदाहाडी , झरीगांव , उमरकोट से लोग सोने चांदी , राशन सामग्री ,दैनिक सामग्री का सामान खरीदने का सामान खरीदने और उरमाल आते हैं इस दृष्टिकोण से की उरमाल में अच्छे दामों पर समान मिलता है बारिश के दिनो मे व्यापार भी ढप्प पड़ जाती थी लेकिन अब बारिश के दिनो मे भी व्यापार बनी रहेगी ।