अभनपुर के प्राथमिक शाला के शिक्षकों का अंग्रेजी भाषा के उन्मुखीकरण हेतु पांच दिवसीय स्पोकन इंग्लिश वर्कशॉप का हुआ आयोजन
अभनपुर के प्राथमिक शाला के शिक्षकों का अंग्रेजी भाषा के उन्मुखीकरण हेतु पांच दिवसीय स्पोकन इंग्लिश वर्कशॉप का हुआ आयोजन
अभनपुर
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद व डाइट रायपुर के मार्गदर्शन एवं विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी श्रीमती धनेश्वरी साहू तथा विकासखंड स्त्रोत केन्द्र समन्वयक श्री राकेश कुमार साहू के संयुक्त निर्देशन में विकासखंड स्त्रोत केन्द्र समन्वयक कार्यालय परिसर में अभनपुर के प्राथमिक शाला के शिक्षकों का अंग्रेजी भाषा के उन्मुखीकरण हेतु पांच दिवसीय स्पोकन इंग्लिश वर्कशॉप का आयोजन किया गया। यह वर्कशॉप दो चरणों के अनुसार प्रथम चरण 8 जुलाई 2024 से 12 जुलाई 2024 तक तथा द्वितीय चरण 15 जुलाई 2024 से 19 जुलाई 2024 तक संपन्न हुआ। छत्तीसगढ़ शिक्षा विभाग के इस अतिमहत्वपूर्ण एवं महत्त्वाकांक्षी प्रशिक्षण का शुभारंभ विकासखंड शिक्षा अधिकारी श्रीमती धनेश्वरी साहू के द्वारा किया गया।
इस प्रशिक्षण में विकासखंड अभनपुर के 35 संकुलों से लगभग 140 शिक्षक शिक्षिकाओं की उपस्थिति रही। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य अंग्रेजी भाषा का डर बच्चों के मन से दूर हो उनमें बहुभाषिता गुण का विकास तथा बोलचाल के शब्दों को अंग्रेजी में रोचक बनाना था। इस प्रशिक्षण को प्रभावी बनाने के लिए राज्य के कुशल मास्टर ट्रेनर व्याख्याता श्रीमती पदमा देवी साहू, श्रीमती मीनाक्षी दीक्षित, शिक्षक श्री कार्तिक गायकवाड़, श्रीमती मधूमिंज,श्रीमती मालविका श्रीवास्तव, अंकिता ठाकुर एवं तरुण देवांगन का प्रमुख योगदान रहा।
इस कार्यक्रम के दौरान उदबोधन के महत्वपूर्ण अंश निम्नानुसार है -
"किसी भी भाषा को बोलना सीखने से पहले अच्छा श्रोता होना आवश्यक है सभी शिक्षक इस प्रशिक्षण में बताए गए निर्देशों को ध्यान से सुने, समझे फिर अमल करें।"
*श्रीमती धनेश्वरी साहू(बी ई ओ अभनपुर)*
"सभी शिक्षक यहां सिखाए गए गतिविधियों को अपने विद्यालय में विद्यार्थियों के मध्य बहुभाषिता को बढ़ाने के लिए उन्हे अंग्रेजी भाषा बोलने के लिए प्रेरित करें"
*श्री राकेश कुमार साहू(बी आर सी सी अभनपुर)*
"प्रशिक्षण को प्रभावी बनाने के लिए विशेष रूप से मॉड्यूल तैयार किया गया था, जिसमें शिक्षकों ने सक्रिय रूप से हिस्सा लेकर अपने भाषा कौशल को निखारने का प्रयास किया, आशा है की सभी शिक्षक अपने विद्यालयों में विद्यार्थियों के मध्य अंग्रेजी भाषा के प्रति झिझक को दूर करने में सफल होंगे।"
*श्रीमती पदमा देवी साहू (एस आर पी अभनपुर)*