शासकीय राजीव लोचन स्नातकोत्तर महाविद्यालय राजिम में दीक्षारम्भ कार्यक्रम का आयोजन,अनुशासन जीवन के लिए बहुत जरूरी है "- विधायक श्री रोहित साहू
शासकीय राजीव लोचन स्नातकोत्तर महाविद्यालय राजिम में दीक्षारम्भ कार्यक्रम का आयोजन,अनुशासन जीवन के लिए बहुत जरूरी है "- विधायक श्री रोहित साहू
राजिम
शासकीय राजीव लोचन स्नातकोत्तर महाविद्यालय राजिम में दीक्षारम्भ कार्यक्रम का आयोजन हुआ ।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय श्री रोहित साहू (विधायक राजिम ),कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे संस्था प्रमुख प्रो. एम.एल. वर्मा, विशेष अतिथि के रूप में श्री महेश यादव, श्री कमल सिन्हा, श्री जितेंद्र सोनकर रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती की पूजा अर्चना से प्रारंभ हुई । सरस्वती वंदना एवं राजकीय गीत रोशनी साहू, दिशा शर्मा, आराधना साहू ( बी. एस. सी. भाग 1) ने किया।
तत्पश्चात भारत की संस्कृति के अनुरूप अतिथि देवो भवः की अवधारणा को मूर्त रूप देते हुए समस्त अतिथियों का पुष्प गुच्छ एवं बैच लगाकर स्वागत किया गया । इस अवसर पर छात्रों द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया । नई शिक्षा नीति 2020 प्रकोष्ठ के प्रभारी प्रो. भानु प्रताप नायक ने स्वागत भाषण देते हुए सभी अतिथियों का स्वागत कर कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डाला । इस अवसर पर मुख्य अतिथि के द्वारा NEP के ब्रांड एंबेसेडर का स्वागत किया गया। उनके नाम क्रमशः नारायण यादव, हर्षिता यदु ( बी.ए. प्रथम सेमेस्टर), द्रोणाचार्य तारक, झरना साहू ( बी. कॉम. प्रथम सेमेस्टर), मनीषा साहू, चंदन ( बी.एस. सी. प्रथम सेमेस्टर) हैं। इस अवसर पर डॉ. गोवर्धन यदु (मास्टर ट्रेनर NEP) द्वारा NEP- एक परिचय के रूप में नई शिक्षा नीति 2020 पर संक्षिप्त परिचय दिया।
उद्बोधन की कड़ी में आशीर्वचन के रूप में विशेष अतिथि श्री महेश यादव (अधिवक्ता) ने छात्रों को संबोधित करते हुए शिक्षा आरंभ एवं दीक्षा आरंभ में अंतर बतलाया एवं NEP को लागू कर युवाओं के भविष्य ,देश ,समाज के लिए अच्छा है कहा। उसके पश्चात श्री जितेंद्र सोनकर जी ने NEP 2020 पर अपने विचार व्यक्त किया । उन्होंने कहा समझदार पालक अपने बच्चों को शासकीय स्कूल एवं महाविद्यालय में दाखिला करवाते हैं जिससे वह संस्कारवान बन सके उदाहरण के साथ प्रस्तुत किया। अध्यक्षीय उद्बोधन में संस्था प्रमुख प्रो. एम.एल.वर्मा ने NEP के बारे में बतलाया की नई शिक्षा नीति के आने से छात्रों के बौद्धिक ऊर्जा में वृद्धि होगी इस शिक्षा नीति में भारतीय ज्ञान भी प्रदर्शित है नई प्रौद्योगिकी का उपयोग भी किया जा रहा है।
मुख्य अतिथि ने आशीर्वचन के रूप में कहा कि अनुशासन जीवन में बहुत जरूरी है ।उन्होंने शिक्षा का महत्व बताते हुए छात्र-छात्राओं को निरंतर पढ़ाई करते रहने हेतु प्रेरित किया वह कभी भी हार नहीं मानने का आह्वान भी किया भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी जी एवं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री माननीय विष्णु देव साय के मनसा अनुरूप ही नई शिक्षा नीति 2020 पूरे प्रदेश में लागू की गई है । जिसका प्रभाव विकसित भारत की परिकल्पना के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
इस अवसर पर समस्त अतिथियों को महाविद्यालय परिवार की ओर से स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। अतिथियों के प्रति आभार प्रदर्शन प्रो.मुकेश कुर्रे ने व्यक्त किया व कार्यक्रम का संचालन प्रो. घनश्याम प्रसाद यदु यदि ने किया। दीक्षारंभ के प्रथम सत्र की समाप्ति इस प्रकार हुई।
दीक्षा आरंभ के द्वितीय सत्र का आरंभ प्रो.मनीषा भोई ने महाविद्यालय में संचालित रेड क्रॉस इकाई का परिचय देते हुए रेड क्रॉस के उद्देश्य ,कार्य एवं उपलब्धियों पर प्रकाश डालें। तदोपरांत एन सी सी के प्रभारी कैप्टन डी. के.धुर्वा ने महाविद्यालय में संचालित एन सी सी इकाई के परिचय एवं उपलब्धियों पर छात्र-छात्राओं को विस्तृत रूप में बतलाया । इसी क्रम में एनएसएस के प्रभारी प्रो. तामेश्वर कुमार मार्कंडेय ने महाविद्यालय में संचालित एन एस एस का परिचय देते हुए छात्रों को अधिक से अधिक संख्या में सदस्य बनने का आह्वान किया।
नई शिक्षा नीति 2020 प्रकोष्ठ के प्रभारी प्रो. भानु प्रताप नायक ने NEP पर वृहद रूप से प्रस्तुतिकरण दिया जिसमें उन्होंने बताया कि NEP में छात्रों के पास एकाधिक प्रवेश एवं निर्गम की सुविधा, भाषा की कोई बाधा नहीं होगी महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय बहुविषयक हो जाएंगे 6-6 माह के अंतराल में परीक्षाएं सेमेस्टर परीक्षाएं प्राइवेट एवं रेगुलर विद्यार्थियों के लिए होगी, सभी महाविद्यालय में एक ही सिलेबस लागू किया जाएगा।
इसी के साथ दीक्षा आरंभ के द्वितीय सत्र का समापन हुआ ।इस अवसर पर महाविद्यालय के प्रो. जी.पी. यदु, डॉ. गोवर्धन यदु,डॉ. समीक्षा चंद्राकर, प्रो. चित्रा खोटे, प्रो. क्षमा शिल्पा चौहान, डॉ. राजेश बघेल, प्रो. भानु प्रताप नायक, प्रो. योगेश तारक , प्रो. श्वेता खरे, प्रो. मनीषा भोई, प्रो. आकाश बाघमारे, प्रो. मुकेश कुर्रे, डॉ. देवेंद्र देवांगन, प्रो. तामेश्वर मार्कंडेय आदि प्राध्यापकगण ख़ोमन साहू, डॉ. ग्रीष्मा सिंह, नेहा सोनी, वाणी चंद्राकर, डाहरू सोनकर, डॉ. अश्विनी साहू, तोपचंद बंजारे, प्रदीप टंडन आदि अतिथि व्याख्याता, आलोक हिरवानी, सोनम चंद्राकर, शुभम शर्मा आदि जनभागीदारी शिक्षक एवं कर्मचारी गण के साथ-साथ स्नातक के प्रथम सेमेस्टर के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।