पूर्व कृषि मंत्री चंद्रशेखर साहू द्वारा ग्राम मानिकचौरी में सेठ फूलचंद अग्रवाल स्मृति महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा लगाए गए 7 दिवसीय विशेष शिविर का किया शुभारंभ व सतनामी समाज द्वारा आयोजित बाबा गुरु घासीदास जी की जयंती में हुए शामिल - fastnewsharpal.com
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पूर्व कृषि मंत्री चंद्रशेखर साहू द्वारा ग्राम मानिकचौरी में सेठ फूलचंद अग्रवाल स्मृति महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा लगाए गए 7 दिवसीय विशेष शिविर का किया शुभारंभ व सतनामी समाज द्वारा आयोजित बाबा गुरु घासीदास जी की जयंती में हुए शामिल

पूर्व कृषि मंत्री चंद्रशेखर साहू द्वारा  ग्राम मानिकचौरी में  सेठ फूलचंद अग्रवाल स्मृति महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा लगाए गए 7 दिवसीय विशेष शिविर का किया  शुभारंभ व सतनामी समाज द्वारा आयोजित बाबा गुरु घासीदास जी की जयंती में हुए शामिल


 

 नवापारा -राजिम

 पूर्व कृषि मंत्री चंद्रशेखर साहू 18 दिसंबर को ग्राम मानिकचौरी में सतनामी समाज द्वारा आयोजित बाबा गुरु घासीदास जी की जयंती में शामिल हुए । इस अवसर पर उपस्थित सतनामी समाज के लोगों को संबोधित करते हुए श्री साहू ने कहा कि "मनखे-मनखे एक समान" के महान विचार से समाज में समरसता और समानता की अलख जगाने वाले सतनाम पंथ के प्रवर्तक संत शिरोमणि बाबा गुरु घासीदास जी ने अपना सारा जीवन मानव कल्याण के लिए समर्पित कर दिया था । उन्होंने अपने समय की सामाजिक- आर्थिक विषमता, शोषण तथा जातिवाद को समाप्त करके मानव-मानव एक समान का संदेश दिया। उनसे समाज के लोग बहुत ही प्रभावित थे। उनके कार्यों और विचारों का उस वक्त भारतीय समाज में काफी गहरा प्रभाव पड़ा । यही वजह रही कि बाबा गुरु घासीदास जी को 19वीं सदी का महान संत कहा जाता है । बाबा गुरु घासीदास जी युग पुरुष थे, जिनके बताएं मार्ग पर चलकर मानव अपने जीवन का कल्याण कर सकता है ।

    

इसके पूर्व श्री साहू ग्राम मानिकचौरी में ही सेठ फूलचंद अग्रवाल स्मृति महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा लगाए गए 7 दिवसीय विशेष शिविर के शुभारंभ अवसर पर भी शामिल हुए । यहां शिविरार्थियों को संबोधित करते हुए श्री साहू ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना, युवाशक्ति के व्‍यक्‍तित्‍व विकास हेतु युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा संचालित एक सक्रिय कार्यक्रम है।इसके गतिविधियों में भाग लेने वाले विद्यार्थी, समाज के लोगों के साथ मिलकर समाज के हित के कार्य करते हैं । जैसे साक्षरता संबंधी कार्य, पर्यावरण सुरक्षा, स्‍वास्‍थ्‍य एवं सफाई आपातकालीन या प्राकृतिक आपदा के समय पीड़ीत लोगों की सहायता आदि। विद्यार्थी जीवन से ही समाजपयोगी कार्यों में रत रहने से उनमें समाज सेवा या राष्‍ट्र सेवा के गुणों का विकास होता है। आप सभी को इस सुअवसर का लाभ उठाकर समाज और राष्ट्र सेवा में अपना योगदान देना है, साथ ही अन्य लोगों को भी प्रेरित करना है ।

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