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शिक्षा
हर इंसान के जीवन में शिक्षक का बहुत ही ज्यादा महत्व होता है। हमारे भविष्य की नींव शिक्षक ही रखता है। एक सफल आदमी के जीवन में उसकी सफलता में सबसे अधिक योगदान उसके शिक्षक का होता है।
लेकिन आजकल शिक्षकों की आर्थिक स्थिति बद से बदतर होती जा रही है कहने को तो बड़े-बड़े प्राइवेट स्कूल हैं जो लाखों रुपए फीस लेते हैं लेकिन शिक्षकों को उसके अनुरूप मानदेय नहीं मिलता है।
ऐसा एक मामला सामने आया है रायपुर जिले के अभनपुर के गोबरा नवापारा नगर के नवकार पब्लिक स्कूल का जहा स्कूल में अपनी सेवाएं देने वाले स्कूल शिक्षकों ने बताया कि स्कूल संचालक द्वारा समय पर स्कूल शिक्षकों का मानदेय नहीं दिया जा रहा है साथ ही लॉकडाउन के समय मई, जून जुलाई में भी इन्हें पूरा मानदेय नहीं मिला है इन्हें 30% मानदेय पर काम करने कहा जा रहा है नवकार पब्लिक स्कूल के शिक्षकों से आज बात हुई तो उन्होंने बताया कि स्कूल में बहुत सी अव्यवस्था हैं शिक्षकों के लिए वॉशरूम तक नहीं है पीने के पानी की भी पर्याप्त व्यवस्था नहीं है इसी संबंध में वहां के शिक्षकों ने अभनपुर ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ,अभनपुर एसडीएम सूरज साहू और रायपुर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है उन्होंने बताया कि उनके स्कूल में उनको मानदेय बहुत कम दिया जाता है कई शिक्षकों को तो 2000 से 3000 के आसपास मानदेय दिया जाता है जो वहां काम करने वाली आया बाई की तनख्वाह से भी कम है, और स्कूल प्रशासन द्वारा कहा जा रहा है कि 30% मानदेय पर काम करें ऐसे में आप खुद ही सोचिए कुल कुल मानदेय 2500 रुपए और स्कूल प्रशासन 30% ही देने को बोल रहा है, 30% मानदेय में कोई कैसे अपना घर चला सकता है। शिक्षकों ने यह भी बताया कि उन्हें जून 2019 का भी मानदेय नहीं दिया गया है, यह जानकारी वहां के शिक्षकों के द्वारा दी गई है।
*गोबरा नवापारा नगर के नवकार पब्लिक स्कूल का मामला*
शनिवार, 15 अगस्त 2020
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गोबरा नवापारा नगर के नवकार पब्लिक स्कूल का मामला
हर इंसान के जीवन में शिक्षक का बहुत ही ज्यादा महत्व होता है। हमारे भविष्य की नींव शिक्षक ही रखता है। एक सफल आदमी के जीवन में उसकी सफलता में सबसे अधिक योगदान उसके शिक्षक का होता है।
लेकिन आजकल शिक्षकों की आर्थिक स्थिति बद से बदतर होती जा रही है कहने को तो बड़े-बड़े प्राइवेट स्कूल हैं जो लाखों रुपए फीस लेते हैं लेकिन शिक्षकों को उसके अनुरूप मानदेय नहीं मिलता है।
ऐसा एक मामला सामने आया है रायपुर जिले के अभनपुर के गोबरा नवापारा नगर के नवकार पब्लिक स्कूल का जहा स्कूल में अपनी सेवाएं देने वाले स्कूल शिक्षकों ने बताया कि स्कूल संचालक द्वारा समय पर स्कूल शिक्षकों का मानदेय नहीं दिया जा रहा है साथ ही लॉकडाउन के समय मई, जून जुलाई में भी इन्हें पूरा मानदेय नहीं मिला है इन्हें 30% मानदेय पर काम करने कहा जा रहा है नवकार पब्लिक स्कूल के शिक्षकों से आज बात हुई तो उन्होंने बताया कि स्कूल में बहुत सी अव्यवस्था हैं शिक्षकों के लिए वॉशरूम तक नहीं है पीने के पानी की भी पर्याप्त व्यवस्था नहीं है इसी संबंध में वहां के शिक्षकों ने अभनपुर ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ,अभनपुर एसडीएम सूरज साहू और रायपुर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है उन्होंने बताया कि उनके स्कूल में उनको मानदेय बहुत कम दिया जाता है कई शिक्षकों को तो 2000 से 3000 के आसपास मानदेय दिया जाता है जो वहां काम करने वाली आया बाई की तनख्वाह से भी कम है, और स्कूल प्रशासन द्वारा कहा जा रहा है कि 30% मानदेय पर काम करें ऐसे में आप खुद ही सोचिए कुल कुल मानदेय 2500 रुपए और स्कूल प्रशासन 30% ही देने को बोल रहा है, 30% मानदेय में कोई कैसे अपना घर चला सकता है। शिक्षकों ने यह भी बताया कि उन्हें जून 2019 का भी मानदेय नहीं दिया गया है, यह जानकारी वहां के शिक्षकों के द्वारा दी गई है।
अब आगे देखना है कि विभागीय अधिकारियों को शिकायत के बाद आगे स्कूल प्रबंधन पर क्या कार्यवाही करते है साथ ही इन शिक्षकों को पुनः स्कूल में शिक्षक के पद पर संचालक द्वारा रखते है या फिर शिकायत करने पर इन्हें स्कूल से बाहर रास्ता दिखाते हैं। पर न्याय तो यही कहता है कि जहां शोषण हो वहां झुकना नही पर आवाज उठाना ही न्यायसंगत कार्य करना है??
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