सेहत--लौंग के फायदे
लौंग हानिकारक बैक्टीरिया को किल करती है। कृमिनाशक ( कीड़े मारनेवाली) ऐंटिफंगल, पेनकिलर होती है। लौंग शरीर में हुए जख्मों को भरने में मददगार है। साथ ही जिन्हें पेट फूलने जैसी दिक्कतें होती हैं, उनके लिए खास फायदेमंद है।
Clove or Laung Benefits: दिन में दो लौंग खाने से मजबूत होती है इम्यूनिटी, जानिए और भी फायदे
भारतीय रसोई में पाया जाने वाला लौंग अपने औषधीय गुणों के लिए प्रसिद्ध है. लौंग खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ यह अद्भुत मसाला कई स्वास्थ्य लाभों से जुड़ा हुआ है. वर्षों से आयुर्वेद में लौंग और इसके तेल का इस्तेमाल दवाई के तौर पर किया जाता है. एक्सपर्ट के अनुसार, प्रतिदिन 2 लौंग का सेवन स्वास्थ्य से जुड़ीं कई परेशानियों को ठीक करने में मदद करता है. आइए जानते हैं रोजाना 2 लौंग का सेवन सेहत के लिहाज से कितना फायदेमंद साबित हो सकता है।
लौंग को प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए बेहद असरदार माना गया है. लौंग का सेवन सफेद रक्त कोशिकाओं (WBC) के निर्माण में सहायता करता है, जो शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं. लौंग में विटामिन सी भी पाया जाता है. यह इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करता है।
लौंग में एनाल्जेसिक कॉम्पोनेंट होते हैं. यह दांत के आस-पास की सूजन को कम करके दर्द में आराम देते हैं. इसमें एंटी बैक्टीरियल गुण भी होते हैं जो दांतों में संक्रमण को फैलने से रोकते हैं. अगर आपके दांतों में दर्द है तो दर्द वाली जगह पर लौंग रखने से दर्द में आराम मिलता है. इसके अलावा, 2 लौंग चबा भी सकते हैं. इससे दर्द में आराम मिलेगा और दांत मजबूत बनेंगे।
लौंग में मौजूद पाचक रस पाचन क्रिया में अहम भूमिका निभाते हैं. लौंग में फाइबर की मात्रा भरपूर होती है. यह कब्ज, गैस और पेट से जुड़ीं कई समस्याओं को ठीक करने में मदद करता है. इसके अलावा, भुनी हुई लौंग के पाउडर को शहद में मिलाकर खाने से पाचन क्रिया चुस्त-दुरुस्त रहती है।
लौंग, पॉलीफेनोल्स का सबसे शक्तिशाली डाइटरी सोर्स है. पॉलीफेनोल्स माइक्रोन्यूट्रिएंट होते हैं जो पौधों के द्वारा प्राप्त होते हैं. यह शरीर में कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करते हैं. धमनियों को लचीला बनाकर इनके कार्य में सुधार करते हैं. डायबिटीज के मरीजों के लिए लौंग कारगर सिद्ध होती है. यह शरीर के अंदर इंसुलिन की तरह काम करती है. लौंग में ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने वाले गुण पाए जाते हैं. यह रक्त में शुगर के लेवल को कंट्रोल करते हैं. इससे ब्लड प्रेशर की समस्या में फायदा मिलता है।
ब्यूनस एयर्स विश्वविद्यालय में किए गए एक अध्ययन ने कुछ गंभीर बैक्टीरिया जैसे ई कोलाई और स्टेफिलोकोकस के खिलाफ परीक्षण किया. शोध के अनुसार, इन बैक्टीरिया को खत्म करने में लौंग का तेल कारगर सिद्ध हुआ. टी ट्री ऑयल, लौंग और तुलसी को मिलाकर एक हर्बल माउथवॉश की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं. यह नैचुरल माउथवॉश मसूड़ों के लिए फायदेमंद है. 21 दिनों तक इसका उपयोग करने से मुंह में बैक्टीरिया और संक्रमण से लड़ने में मदद मिलती है।
लौंग में पाए जाने वाले तत्व यूजेनॉल में एंटी इंफ्लेमेटरी और एनाल्जेसिक गुण होते हैं. इसलिए लौंग का उपयोग सिर के दर्द में बहुत ही लाभकारी माना जाता है. आप इसका इस्तेमाल दो तरह से कर सकते हैं. लौंग के पाउडर में चुटकीभर नमक मिलाकर एक गिलास दूध के साथ लें. इससे सिरदर्द में फायदा मिल सकता है. नारियल के तेल में लौंग को भिगोकर रख दें. इससे दर्द वाले हिस्से पर मालिश करने से सिरदर्द में आराम मिलता है।
लौंग में फ्लेवोनोइड्स, मैंगनीज और यूजेनॉल जैसे कुछ तत्व होते हैं जो हड्डी और जोड़ों के लिए फायदेमंद होते हैं. यह स्वस्थ खनिजों को हड्डियों तक पहुंचाकर इन्हें मजबूत बनाने में मदद करते हैं. इसके अलावा, लौंग का तेल जोड़ों को मजबूती प्रदान करता है।
लिवर हमारे शरीर को डिटॉक्स करने और हमारे द्वारा ली जाने वाली दवाओं को मेटाबोलाइज करने के लिए जिम्मेदार होता है. लौंग के तेल में मौजूद यूजेनॉल लिवर की कार्यक्षमता में सुधार करता है और इससे जुड़ी समस्याओं को ठीक करने में मदद करता है।
मोटापा कम करने के लिए लौंग बेहद लाभकारी होता है. आप लौंग की जगह पर इसके पानी का भी सेवन कर सकते हैं. प्रतिदिन इसका सेवन करने से शरीर की बढ़ती हुई चरबी को रोका जा सकता है।
लौंग में पाया जाने वाला यूजेनॉल रक्त के थक्के को धीमा करने के लिए जाना जाता है. अपनी डाइट में अधिक लौंग शामिल करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।