अध्यात्म
अनमोल
अनमोल वचन
आज का सुविचार
आज का सुविचार (चिंतन)
शनिवार, 13 अगस्त 2022
Edit
💠 *Aaj_Ka_Vichar*💠
🎋 *..13-08-2022*..🎋
✍🏻सदैव प्रथम स्थान पर रहें, मुस्कराने मे, प्रशंसा करने में, सहयोग करने में, क्षमा करने में, और अपनी गलती मान लेने में।
💐 *Brahma Kumaris Daily Vichar* 💐
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💥 *विचार परिवर्तन*💥
✍🏻जीवन की परीक्षा में कोई अंक नहीं मिलते हैं, पर यदि लोग आपको हृदय से स्मरण करें तो समझ लेना आप उतीर्ण हो गये।
🌹 *Brahma Kumaris Daily Vichar*🌹
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💧 *_आज का मीठा मोती_*💧
_*13 अगस्त:-*_ जब हम अपनी इच्छाओ को कम करेंगे तो ही सर्व की नज़र में अच्छे बन पाएंगे, इच्छा कभी अच्छा बनने नही देगी।
🙏🙏 *_ओम शान्ति_*🙏🙏
🌹🌻 *_ब्रह्माकुमारीज़_*🌻🌹
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गलत लोग आप की,
अच्छाई से भी नफ़रत करते हैं।
और सही लोग आप में,
बुराई जानकर भी प्यार करते हैं।
*सुप्रभात* 🙏
🙏 *ॐ शांति* 🙏
किसी से *माफी* मांगना... या किसी को *क्षमा* करने का अर्थ है... अपने मन से उस आत्मा के प्रति हर नकारात्मक *विचार* को मिटा देना। यह हम *किसी* के लिये नहीं करते, बल्कि *स्वयं* को नकारात्मक विचारों के जाल से *मुक्त* करना इस विधि का मूल *उद्देश्य* है।
🌸 सुप्रभात...
💐💐 आपका दिन शुभ हो... 💐💐
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अनमोल वचन :
*सच्चा प्रेम*
*सच्ची मित्रता*
*प्रशंसा से नहीं*
*फिक्र और प्रवाह से*
*केयरिंग से,शेयरिंग से*
*सहयोग से,सेवा से,*
*प्रकट होता है,प्रशस्त होता है*
*लेकिन अपेक्षा से*,
*असम्मान से*
*दुर्व्यवहार से,*
*मुरझाने लगता है।*
*चिड़चिड़ाहट*
*झल्लाहट*
*सभी प्रकार के रिश्तों*
*अपूर्णीय ठेस पहुंचाती है।*.
💐आपका दिन शुभ हो 💐
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🇲🇰ओम शांति ब्रह्मा मुख द्वारा सत्य गीता ज्ञान दाता निराकार शिवभगवानुवाच 🇲🇰
🛞 मीठे बच्चे पवित्रता और रूहानियत के आधार से ही, दो युगो तक चलेगा, अब यह संसार l सदा सुख शांति संपत्ति खुशी और निरोगी जीवन का, यही है आधार l उसी 21 जन्म स्वर्ग का, भगवान बाप आए हैं, देने अधिकार l वह ज्ञान के सागर, रूहानी बाप है निराकार l 🛟
✈️हम आत्माओं की तरह, देह नहीं है उनकी साकार l ब्रह्मा तन है, साकार में उनका, दिव्य अवतार l शिव भगवान बाप निराकार और ब्रह्मा साकार, दोनों के, दिव्य जन्म धारी बच्चे हैं हम, ब्रह्माकुमारी और ब्रह्माकुमार l ⛩️
⚓ वही बेहद के माता पिता है हमारे, डायरेक्ट पालनहार l वही हर रोज करते हैं हमारा, ज्ञान, गुण, और शक्तियों से श्रृंगार l हम बच्चे, निमित्त मात्र है,उनके मददगार l वह सर्व समर्थ, सर्वशक्तिमान, मात-पिता है, करण करावन हार l 🎡
🌋सृष्टि के आदि मध्य अंत के ज्ञान से, बना रहे हैं वह हमें, बेहद समझदार l अब इस नर्क का समय पूरा हुआ,वर्ष, ढाई हजार l अब आने वाले, ढाई हजार वर्ष के लिए, खुल रहे हैं, स्वर्ग के द्वार l 🗾
🌌अभी भारत भूमि, स्वर्ग में होगी हर रोज, खुशियों की सदाबहार I पावन देवी देवता जीवन में, सुख शांति संपत्ति होगी बेशुमार I अब धरती पर आए हैं जो, हम सभी के, दिलों के दिलदार l⛲
🌆 एक उन पर ही करो, पूरा ऐतबार, एक उनसे ही करो, दिल से प्यार l उनको पाने के लिए, किया है हमने, 5000 वर्ष तक इंतजार l 🚧
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