*रायपुर जिला उपसरपंच संघ का हुआ गठन*
*रायपुर जिला उपसरपंच संघ का हुआ गठन*
रायपुर /अभनपुर
छत्तीसगढ़ के उपसरपंचो मे अपने मान सम्मान और अधिकार के लिए जागरूकता आ रही हैं। जिसके कारण अब प्रदेश के उपसरपंच लोग संगठित होने लगे हैं। कल कलेक्ट्रेट गार्डन मे छत्तीसगढ़ उपसरपंच संघ के अध्यक्ष श्री दादू राम देवांगन और प्रदेश सचिव योगेश साहू के उपस्थिति मे रायपुर जिला उपसरपंच संघ का गठन हुआ। जिसमे सर्व सम्मति से श्री परस राम साहू (धरमपुरा )को अध्यक्ष, श्री मोहन लाल साहू (आमनेर ) और श्री शिवराम धनकर (कांदुल )को उपाध्यक्ष, श्री सुशील शर्मा (गुजरा ) को महासचिव, श्री टोपु राम वर्मा ( दोंदेकला ) को सचिव, श्रीमती शारदा नंदकुमार यादव (कोटराभाठा ) को कोषाध्यक्ष, श्री हेमलाल यादव ( तिल्दाडीह ) को मिडिया प्रभारी और श्री रामरतन साहू (टेमरी ), श्रीमती भुनेश्वरी साहू (मदलोर ) व श्री माखन साहू (लखना ) को संरक्षक चुना गया।
ग्राम पंचायत मे पंचो के प्रतिनिधि बनने वाले उपसरपंच अब अपने आप को ठगा महसूस करने लगे हैं। एकबार वार्ड से जीतकर पंच और दूसरी बार पंचो के द्वारा चुनाव मे जीतकर उपसरपंच बनने वाले जनप्रतिनिधि को किसी भी प्रकार की अधिकार नहीं दिए जाने से खासा मायूस हो गए हैं।
प्रदेशाध्यक्ष श्री दादू राम देवांगन के नेतृत्व मे पुरे प्रदेश के उपसरपंच अब अपने मान सम्मान और अधिकार के लिए तीन सूत्रीय मांग जिसमे
1. गाँव मे ग्रामीणों को शासकीय कार्यों मे लगने वाले सील और हस्ताक्षर मे उपसरपंच का सील और साइन मान्य हो।
2. मानदेय मे सरपंच और उपसरपंच के बीच बहुत ज्यादा अंतर हैं जिसे कम किया जाये। जैसे सरपंच का मानदेय 4000/- हैं तो उपसरपंच को कम से कम 3500/- मिलना चाहिए।
3. ग्राम पंचायत के चहुमुखी विकास के लिए सरपंच, सचिव के साथ साथ उपसरपंच का भी वित्तीय लेन देन मे सम्मिलित खाता मे नाम होना चाहिए।
अपनी मांगो के लिए प्रतिबद्ध उपसरपंच लोग अब आगे की रणनीति के लिए ब्लॉक स्तरीय संगठन तैयार कर रही हैं। रायपुर जिला के चारो ब्लॉक के पदाधिकारियो का चयन भी हो चूका हैं। जिसमे धरसींवा ब्लॉक से श्री टोपु राम वर्मा (दोंदेकला ), आरंग ब्लॉक से श्री डोमन लाल साहू, अभनपुर ब्लॉक से श्री मुकेश कुमार साहू और तिल्दा ब्लॉक से श्री नंदकुमार मनहरे को उपसरपंच संघ ब्लॉक अध्यक्ष चुने गए हैं।
आगामी कुछ दिनों मे शासन प्रशासन को अपनी मांगो को लेकर ज्ञापन देने की तैयारी हैं। अपनी मान सम्मान और अधिकार के लिए सभी उपसरपंच संगठित होकर अपनी मांगो को शांतिप्रिय ढंग से शासन प्रशासन के पास रखेंगे।