कन्या शाला अभनपुर के टैटू के साइड इफ़ेक्ट विज्ञान प्रोजेक्ट राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में प्रदर्शित
कन्या शाला अभनपुर के टैटू के साइड इफ़ेक्ट विज्ञान प्रोजेक्ट राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में प्रदर्शित
अभनपुर -
छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद रायपुर द्वारा आयोजित 30 वीं नेशनल चिल्ड्रन साइंस कांग्रेस 2022 प्रतियोगिता का राज्यस्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर में 1 से 3 दिसंबर तक आयोजित किया जा रहा है जिसमें से बेस्ट प्रोजेक्ट का चयन राष्ट्रीय स्तर के लिए किया जाएगा इस वर्ष राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का आयोजन जनवरी में अहमदाबाद गुजरात में होना है जिसके लिए छत्तीसगढ़ से सभी ज़िले के चयनित प्रोजेक्ट का प्रदर्शन और मूल्यांकन किया जा रहा है । इस बार राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का मुख्य थीम है स्वास्थ्य और कल्याण के लिए पारिस्थितिकी तंत्र को समझना जिसके अंतर्गत पाँच सब थीम है जिसके अंतर्गत बालवैज्ञानिकों ने अपना प्रोजेक्ट तैयार किए है । शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अभनपुर (सेजेस अभनपुर ) से गोदना V/S टैटू प्रोजेक्ट का चयन ज़िला स्तर के बाद राज्य स्तर के लिए हुआ है जिसमें विद्यार्थियों ने छत्तीसगढ़ की पारंपरिक रूप से गोदना की शुरुआत और मान्यताओं के साथ -साथ वर्तमान में फ़ैशन के रूप में लोगो में टैटू बनवाने की होड़ लगी हुई है जिससे स्वास्थ्य संबंधी अनेक समस्या या बीमारी होने का ख़तरा रहता है ख़ासकर स्किन कैंसर , हेपेटाइटिस ,एचआईवी संक्रमण जैसी समस्या हो सकती है इसके लिए जागरूकता फैलाने एवं टैटू न बनवाने और यदि बनवाना भी चाहते है तो केवल एक्सपर्ट से ही बनवाने के लिए प्रोजेक्ट बनाए है । इस प्रोजेक्ट को मीनाक्षी पाल एवं दामिनी डहरजी ने अपने मार्गदर्शक शिक्षक हेमन्त कुमार साहू के मार्गदर्शन में बनाया है । राज्य स्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस के प्रथम दिवस जे.के.राय छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद रायपुर के साथ सभी ज़िले के ज़िला समन्वयकों की उपस्थिति रही ।