*राष्ट्रीय पोषण सप्ताह: स्वास्थ्य और शिक्षा*
*राष्ट्रीय पोषण सप्ताह: स्वास्थ्य और शिक्षा*
राष्ट्रीय पोषण सप्ताह वर्ष में एक बार मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण आयोजन है जो पोषण के महत्व को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित किया जाता है। यह सप्ताह भारत सरकार द्वारा निर्धारित तिथियों में मनाया जाता है और आमतौर पर सितंबर के पहले सप्ताह में आता है। इसका मुख्य उद्देश्य लोगों को सही पोषण के महत्व के बारे में जागरूक करना और स्वस्थ आहार और जीवनशैली की प्रोत्साहन करना होता है। भारत में सेहत को लेकर जागरूकता का अभाव होने के कारण स्वास्थ्य सुविधाओं से ज्यादा रोगियों का आंकड़ा है। बीमारियों के बढ़ने की एक वजह बिगड़ी जीवनशैली और गलत खानपान भी है। इस सप्ताह को मनाने का उद्देश्य लोगों को पौष्टिक आहार के सेवन की आवश्यकता के बारे में जागरूक करना है, ताकि शरीर में पोषण की पूर्ति को बढ़ावा दिया जा सके।
इस दिन को मनाने का विचार सबसे पहले अमेरिकन डायटेटिक्स एसोसिएशन को आया। उन्होंने सबसे पहले पोषण दिवस मनाना शुरू किया। बाद में इस एसोसिएशन का नाम न्यूट्रिशन और डाइट साइंस एकेडमी रखा गया।
भारत सरकार का महिला और बाल विकास मंत्रालय के अंतर्गत खाद्य और पोषण बोर्ड द्वारा हर साल राष्ट्रीय पोषण सप्ताह का आयोजन किया जाता है। पोषण सप्ताह के मौके पर कई कार्यक्रमों का आयोजन होता है और जागरूकता फैलाई जाती है।
राष्ट्रीय पोषण दिवस मनाने की नींव मार्च 1975 में रखी गई। शुरुआत में इसे एक हफ्ते मनाते थे, लेकिन बाद में 1980 में राष्ट्रीय पोषण सप्ताह एक हफ्ते की बजाय एक महीने मनाया जाने लगा। भारत सरकार ने 1982 में राष्ट्रीय पोषण सप्ताह को मनाने में कुछ बदलाव किए और सितंबर महीने के पहले सप्ताह में राष्ट्रीय पोषण दिवस मनाने का फैसला लिया। इसके बाद से हर साल सितंबर महीने में 1 से 7 सितंबर तक पोषण सप्ताह के रूप में मनाया जाने लगा।
राष्ट्रीय पोषण सप्ताह के दौरान विभिन्न प्रकार की गतिविधियाँ आयोजित की जाती हैं जैसे कि सेमिनार, वेबिनार, शिक्षा कार्यक्रम, नुकसानदेह यात्राएँ, स्वास्थ्य शिविर आदि। इन गतिविधियों के माध्यम से लोगों को सही पोषण के महत्व, अच्छे स्वास्थ्य के लिए सही आहार चुनाव, मातृ और शिशु पोषण, युवाओं के लिए स्वस्थ जीवनशैली के महत्व आदि के बारे में जागरूक किया जाता है। इस सप्ताह के दौरान स्कूलों, कॉलेजों, सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों में भी विभिन्न प्रकार की पोषण संबंधी कार्यक्रम आयोजित की जाती हैं ताकि लोगों को सही दिशा में पोषण की ओर प्रामुख्य से ध्यान दिलाया जा सके इस प्रकार, राष्ट्रीय पोषण सप्ताह भारत में जन-जन तक सही पोषण के महत्व को पहुंचाने का महत्वपूर्ण माध्यम है जो सामाजिक और स्वास्थ्य उन्नति की दिशा में कदम बढ़ाने में मदद करता है।
पोषण एक व्यक्ति के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। यह एक स्वस्थ जीवनशैली के लिए महत्वपूर्ण है। पोषण की कमी से कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जिनमें कुपोषण, मोटापा, हृदय रोग, कैंसर और अन्य बीमारियां शामिल हैं।राष्ट्रीय पोषण सप्ताह लोगों को पोषण के महत्व के बारे में जागरूक करने के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। यह लोगों को स्वस्थ आहार खाने और एक स्वस्थ जीवन शैली अपनाने के लिए प्रेरित करता है। यह पोषण संबंधी बीमारियों को रोकने में मदद करता है और पोषण संबंधी जानकारी और सेवाओं तक पहुंच को बढ़ाता है।
राष्ट्रीय पोषण सप्ताह 2023 की थीम “महिला और स्वास्थ्य” एवं “बच्चे और शिक्षा” है। यह थीम पोषण के महत्व पर प्रकाश डालती है और यह बताती है कि कैसे पोषण महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य और विकास के लिए महत्वपूर्ण है।
आइए हम भी अपने परिवार और दोस्तों के साथ पोषण के बारे में बात करें।पोषण संबंधी जानकारी और सेवाओं के बारे में पता करें। स्वस्थ आहार खाएं और एक स्वस्थ जीवन शैली अपनाएं।
सागर कुमार शर्मा
व्याख्याता एवं एनसीसी अधिकारी राजिम